Khalistan: निज्जर की हत्या के बाद कनाडा और भारत के बीच तनाव बढ़ गया है. अब एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. अमेरिकी न्यूज पोर्टल द इंटरसेप्टर की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी एजेंसी एफबीआई यूएस में रहने वाले खालिस्तानियों से राबता कर रही थी और उन्हें सावधान कर रही थी. एजेंसी ने खालिस्तानियों से संपर्क किया और उन्हें बताया कि उनकी जान को भी खतरा हो सकता हैं, हालांकि FBI ने यह नहीं बताया कि उन्हें किस से खतरा हो सकता है.


निज्जर की हत्या


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18 जून को निज्जर की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में जी20 समिट के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इल्जाम लगाया था कि ये हत्या भारतीय इंटेलिजेंस के जरिए कराई गई है. निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़ा था और भारत में उसे बैन किया गया था. अमेरिकन सिख कॉकस कमेटी के संचालक प्रीतपाल सिंह ने न्यूज पोर्टल को जानकारी दी कि कई लोगों के पास एफबीआई का फोन आया था और उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा गया था.


उन्होंने बताया कि दो एजेंट्स मुझसे मिलने आए थे और उन्होंने कहा था कि मेरी जान को खतरा है. उन्होंने कहा था कि आपको सावधान रहने की जरूरत है. हालांकि इस बात की जानकारी नहीं दी कि किन लोगों से सावधान रहने की जरूरत है. नाम न बताने की शर्त पर दो सिखों ने बताया कि दो एफबीआई एजेंट्स उनके पास आए थे और उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा था.


कनाडा की मदद कर रहा है यूएसए


अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को कहा था कि वह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा की मदद कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि जस्टिन ट्रू़डो के इस बयान के पीछे फाइव अलांयस देश भी हो सकते हैं, लेकिन वह सामने आने से कतरा रहे हैं. हालांकि कनाडा इस बात का सबूत अभी तक नहीं दे पाया है कि इस हत्या के पीछे भारत का हाथ था. भारत ने ट्रूडो के इस बयान को मनगढ़ंत करार दिया है.