जम्मू कश्मीर: सर्दियों के मौसम में फौजियों के लिए सरहद की निगेहबानी करना मुश्किल हो जाता है. ख़ासतौर पर उन इलाकों में जहां तापमान माइनस में चला जाता है. और कोहरे की वजह से धुंध रहती है. क्योंकि सरहद पार बैठा दुश्मन इसी मौसम के इंतज़ार में रहता है. ताकि घुसपैठ की जा सके. और भारतीय सीमा में हथियार और गोला बारुद के साथ नशीले पदार्थ ला सके. लिहाज़ा इस मुश्किल हालात से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों तक एक सैन्य अभियान चलाया गया. जिसमें भारतीय सेना ने बड़ी मात्रा में हथियार और नशीले पदार्थ बरामद किए हैं. लिहाज़ा भारतीय सेना के इस ऑपरेशन ने दुश्मन के मंसूबों को सफलतापूर्वक नाकाम करते हुए एक बार फिर दुश्मन के नापाक मंसूबों को उजागर कर दिया है.


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Loc के पास मिला गोला बारूद
शुक्रवार को सेना के आला अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, इस ऑपरेशन के दौरान सेना ने दो एके 74 असॉल्ट राइफलें, दो चीनी पिस्तौल , दो मैगजीन, दो पिस्टल मैगजीन, असॉल्ट राइफल, कई राउंड गोलियां और गोला बारूद बरामद किया है. सबसे अहम बात ये है कि, सेना ने 1 दिसंबर को एलओसी से महज़ 300 मीटर की दूरी पर ये गोला बारूद बरामद किए हैं. इसके साथ ही फौज ने हेरोइन के 10 सीलबंद पैकेट भी बरामद किए हैं. सेना का कहना है कि नशीले पदार्थों के पैकटों पर पाकिस्तानी चिह्न् पाए गए हैं।


उरी सेक्टर में की कार्रवाई
दरअसल सेना के को उरी सेक्टर में घुसपैठ किए जाने की जानकारी मिली थी. ऐसे में इनपुट व कई खुफिया एजेंसियों और जम्मू कश्मीर पुलिस की जानकारी के आधार पर, भारतीय सेना ने 29 नवंबर यह ऑपरेशन शुरू किया गया. जो 3 दिन तक जारी रहा. सेना की यह कार्रवाई LoC के क्षेत्र में एक खुफिया इनपुट के आधार पर शुरू की गई थी. सीनियर फौजी अफसरान ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान, भारतीय सेना की टीमों ने LoC के करीब अपने ख़ुद के  Early Warning System का इस्तेमाल किया. जिसके आधार पर अभियान चलाया गया.


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