Amritpal Singh: जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब सीट से एक आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाला है. उसकी मां बलविंदर कौर ने शुक्रवार (26 अप्रैल) को इस बात की पुष्टि की है. मां बलविंदर ने कहा कि उनका बेटा चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हो गया है. पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर पर 1 जून को चुनाव होना है. यह आखिरी फेज होगा और इसके बाद 4 जून को नतीजों का ऐलान किया जाएगा.


पिछले साल हुई थी NSA में हुई थी गिरफ्तारी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इससे पहले अमृतपाल सिंह के लीगल काउंसेल ने इस बात का क्लेम किया था. शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बलविंदर ने इस बात का दावा किया है. बता दें अमृतपाल सिंह को एनएसए के तहत पिछले साल अप्रैल के महीने में पंजाब के मोगा से गिरफ्तार किया था. उसके साथ 9 और लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. फिलहाल सभी असम के डिब्रूगढ़ जेल में हैं. अमृतपाल काफी वक्त से फरार चल रहा था. गिरफ्तारी से पहले वह कई बार पुलिस को चकमा देकर भागा था.


पंजाब पुलिस ने पिछले साल 23 फरवरी की अजनाला घटना के बाद अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी, जिसमें अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक, जिनमें से कुछ तलवारें और बंदूकें लहरा रहे थे, उन्होंने बैरिकेड तोड़ कर अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में पुलिस स्टेशन में घुस गए और पुलिसकर्मियों के साथ झड़प की थी.


काफी विवादित शख्स है अमृतपाल


पिछले साल न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में अमृतपाल सिंह ने कहा था कि वह खुद को भारतीय नागरिक नहीं समझता है. इसके साथ ही उसने कहा था कि उन्हें एक पासपोर्ट भारतीय नहीं बनाता है. यह एक सफर करने के लिए दस्तावेज़ है.


अमृतपाल ने इस इंटरव्यू में कहा था,"आतंकवाद कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसे मेरे जरिए शुरू किया जा सके. उग्रवाद एक बहुत एक नेचुरल फिनोमिना है. यह कहीं भी दमन की लंबी अवधि के बाद होता है. अमृतपाल सिंह, जिसे कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का समर्थक माना जाता है.