Arif and Saras: आरिफ और सारस की दोस्ती से हर कोई वाकिफ है. दरअसल आरिफ घायल सारस को अपने घर ले आए थे, जहां उन्होंने उसका इलाज किया और वह फिर उनका दोस्त बन गया. फिर क्या था आरिफ और सारस का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगा. लोगों ने उनकी दोस्ती की काफी तारीफें की. आरिफ जहां भी जाते सारस उनके पीछे-पीछे जाता. इस बात की खबर वन विभाग को लगी तो वह पक्षी को पकड़ कर ले गए. इसके बाद आरिफ काफी दुखी हैं, हाल ही मे वह सारस से मिलने भी गए थे. जहां उन्हें देख वह काफी खुश हुआ है पिंजरे में इधर से उधर भागने लगा.


आरिफ ने लगाई मदद की गुहार


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आरिफ ने एनडीटीवी से बातचीत के दौरान गुहार लगाई है कि उनके दोस्त सारस को पिंजरे से बाहर निकाल दिया जाए, आरिफ कहते हैं कि मै उसे ऐसा देखकर काफी परेशान हूं. वह मेरे दोस्त की तरह है जैसे एक दोस्त दूसरे दोस्त से जुदा होता है. आप समझ ही सकते हैं. आरिफ कहते हैं जब से वह वन विभाग के लोग सारस को लेकर गए हैं तब से वह घर नहीं गए हैं.


वह हमसे मिलना चाहता था


आरिफ बताते हैं कि जब वह चिड़िया घर गए तो सारस ने उन्हें पहचान लिया. वह उछलने लगा, वह तड़प रहा था और हम से बाहर निकलकर मिलना चाहता था. हम उससे उतना ही मिल पाए जितना वाइल्ड लाइफ प्रोटोकोल के अनुसार नियम है. उसे लग रहा होगा कि आरिफ आए हैं और वह ले जाएंगे उसे बाहर निकालकर. आरिफ कहते हैं कि पिंजरे में कैद होकर कोई कैसे सही हो सकता है, उसे एक छोटी सी जगह में कैद किया हुआ है.


आरिफ ने बताया कि हमने उसे घर में नहीं रखा था, वह केवल एक दोस्त था और वह जंगल में रहता था. जब भी उसे भूख लगती थी तो वह मेरे दरवाजे पर आ जाता था. वह खाना खाता था और फिर जंगल में चला जाता था.


आरिफ के समर्थन में आए वरुण गांधी


आरिफ के समर्थन में वरुण गांधी आए हैं. भाजपा सांसद का कहना है कि सारस पक्षी को आजाद कर देने चाहिए और मोहम्मद आरिफ के पास भेजना चाहिए, जिन्होंने एक साल पहले उसे बचाया और उसकी देखभाल की थी. वहीं अखिलेश यादव ने भी सारस को आरिफ के पास भेजनी की बात कही है.