Raja Singh: हाल ही में बाहुबली मुख्तार अंसारी की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस पर खूब राजनीति हुए. इंतेजामिया का कहना है कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई, लेकिन मुख्तार के परिवार का इल्जाम है कि उन्हें धीमा जहर दिया गया. इसके बाद इंतेजामिया ने इसके न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. मुख्तार अंसारी को गाजीपुर में दफ्न किया गया. इसके बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मुख्तार अंसारी के घर पहुंचे थे. इस पर तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राजा सिंह ने सवाल उठाए हैं.


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राजा सिंह ने क्या कहा?
राजा सिंह ने बीते रोज कहा कि हैदराबाद के सांसद को उन लोगों के परिवार के सदस्यों से भी मिलना चाहिए जिनकी मुख्तार अंसारी ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी. सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा कि "अंसारी की मौत पर शोक जताने वाले ओवैसी और दूसरे नेताओं को उन लोगों के परिवार के सदस्यों का भी दर्द समझना चाहिए, जिनकी गैंगस्टर से राजनेता बने अंसारी ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी." उन्होंने पूछा, क्या नेताओं की तरफ से इन जैसे लोगों के सपोर्ट में खड़ा होना सही है. भाजपा विधायक ने कहा, "असदुद्दीन ओवैसी का मुख्तार के घर जाकर उसकी मौत पर शोक जताना क्या सही है? लोगों को इसके बारे में सोचना चाहिए."


28 मार्च को हुई मौत
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की सबसे पहले 19 मार्च को बांदा जेल में तबियत खराब हुई थी. उन्हें उल्टी हुई इसके बाद उन्हें पेट में दर्द हुआ. 20 मार्च को मुख्तार ने एमपी एमएलए कोर्ट में इल्जाम लगाया कि उसे जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी. इसके बाद 26 मार्च को मुख्तार अंसारी की तबियत दूसरी बार बिगड़ी. वह जेल में बेहोश हो गए. इसके बाद मुख्तार को अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां मुख्तार का 17 घंटे इलाज चला. अस्पताल से लौटने के 48 घंटे के बाद फिर अंसारी की तबियत बिगड़ी. यहां डॉक्टर मुख्तार को देखने आए. इसके बाद उन्हें बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. 28 मार्च को डॉक्टरों ने उन्हें मुर्दा करार दे दिया.