AIMIM चीफ असदुद्दीन उवैसी अपने तीखें बयानों के लिए जाने जाते हैं. वह अक्सर मुद्दों पर अपनी बेबाकी से राय रखते हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रशासन की तरफ से अतिक्रम हटाए जाने के दौरान एक महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई. इस पर ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने मां-बेटी की मौत के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उवैसी ने कहा है कि "यूपी में जो लोग बुलडोजर पॉलिटिक्स कर रहे हैं, उन्होंने ही कानपुर में मां-बेटी की जान ली है. वे सरकार को संविधान से नहीं बल्कि बुलडोजर से चलाना चाहते हैं."


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है मामला?


दरअसल, कानपुर देहात की मैथा तहसील में मौजूद मड़ौली गांव में 14 जनवरी को राजस्व टीम ने कृष्ण गोपाल का घर गिरा दिया. इसके बाद परिवार वाले DM दफ्तर के सामने धर्ने पर बैठे. पुलिस ने परिवार वालों को समझा बुझाकर वहां से वापस भेज दिया. इसके बाद परिवार ने गांव में ही छप्पर डाल कर रहना शुरू कर दिया. इसके बाद फिर टीम मौके पर पहुंची और उसने छप्पर हटाने की कोशिश की. परिवार की दो महिलाएं अपना सामान लेने के लिए छप्पर के अंदर गईं. तभी अचानक यहां आग लग और दोनों उसी में जल गईं.


यह भी पढ़ें: लखनऊ का नाम बदले जाने की मांग के बीच CM योगी ने किया बड़ा ऐलान, लोग हुए खुश


बीजेपी पर बरसे ओवैसी


असदुद्दीन ओवैसी कर्नाटक के बीजेपी अध्यक्ष पर भी बरसे. उन्होंने कहा कि "मैं टीपू सुल्तान का नाम लेता हूं. मैं देखता हूं कि आप क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष से सहमत हैं? यह हिंसा, हत्या और नरसंहार का खुला आह्वान है. क्या कर्नाटक की सरकार इसके खिलाफ कोई एक्शन लेगी? यह नफरत है."


क्या था मामला?


ख्याल रहे कि कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने बीते दिन कहा था कि "हम भगवान राम और हनुमान के भक्त हैं. हम टीपू के वंशज नहीं हैं. हमने उनके बंशजों को वापस भेज दिया." उन्होंने कहा कि "मैं बजरंग बली की धरती से कहता हूं कि टीपू सुल्तान के चाहने वालों को यहां नहीं रहना चाहिए, भगवान श्रीराम के भजन करने वालों को यहां रहना चाहिए."


Zee Salaam Live TV: