Ashok Chavan Resigns Congress: कांग्रेस छोड़ने के कुछ घंटों के ही बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा कि उन्होंने किसी दूसरे पार्टी में शामिल होने के बारे में अभी नहीं सोचा है, लेकिन अगले कुछ दिनों में वह अपने भविष्य के सियासी कदम पर फैसला करेंगे.


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दरअसल, चव्हाण के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद ये अटकलें लगाई जा रही थी कि वो आज बीजेपी का सदस्यता ग्रहन करेंगे. इसी बीच चव्हान के इस बयान ने फिलहाल अटकलों पर विराम लगा दिया. माना जा रहा है कि चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को लोकसभा इलेक्शन से पहले बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. 
  
चव्हाण ने कहा, “मैंने आज कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है, MLA के रूप में और पार्टी के दूसरे सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. मैंने पार्टी से अपना सारा नाता तोड़ दिया है. मुझे कोई शिकायत नहीं है और कल तक मैंने पार्टी के लिए ईमानदारी से काम किया."


उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कहा  कि अभी तक बीजेपी समेत किसी भी पार्टी में शामिल होने पर फैसला नहीं लिया है. एक दो दिन में अपने अगले कदम का ऐलान करेंगे.साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि किसी भी दल में शामिल होने के लिए किसी भी तरह की सियासी मांग नहीं की है. इतना ही नहीं चव्हाण ने उन अटकलों को भी खारिज कर दिया कि कांग्रेस के दूसरे नेता पार्टी छोड़ने के लिए उनसे 'संपर्क' में हैं.


कांग्रेस से सभी रिश्ते तोड़ने के बाद चव्हाण की पहली प्रतिक्रिया थी कि वो पार्टी से छात्र जीवन से जुड़े थे, और पार्टी ने उन्हें सीएम समेत कई अहम पदों की जिम्मेदारी दी. उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि कांग्रेस ने मुझे बहुत कुछ दिया है, मेरे परिवार के पास पार्टी की विरासत है. लेकिन जब तक मैं पार्टी में था तब तक मैंने पार्टी के लिए बहुत मेहनत और ईमानदारी से काम किया. हालांकि, अब मैंने पद छोड़ने का फैसला ले लिया है और मेरे मन में किसी के लिए कोई द्वेष नहीं है."


'ये एक विशेष वॉशिंग मशीन का इफेक्ट है' ; जयराम रमेश
वहीं, चव्हाण के इस्तीफे के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह खास तरह की वॉशिंग मशीन का इफेक्ट है. उन्होंने कहा, "ये एक विशेष वॉशिंग मशीन का इफेक्ट है. कुछ लोगों को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उनके जाने से कांग्रेस टूट जाएगी. वो जाते हैं, उनको कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है, उनकी योग्यता से ऊपर दिया है. हजारों युवा दरवाजे पर खटखटा रहे हैं और इन नेताओं की वजह से उन्हें मौका नहीं मिल पाया."