Agra News: ताजनगरी आगरा की शाही मस्जिद में फिल्मी गानों पर हुई वीडियो शूटिंग के बाद इसी मस्जिद में हुई गाने की शूटिंग के बाद दो और वीडियो वायरल हो गए हैं. इसको लेकर मुस्लिम समुदाय में काफी रोष है. वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद  ASI अधीक्षण डा० राजकुमार पटेल ने रमशा रिकॉर्डेड के डायरेक्टर समेत एक्टर और एक्ट्रेस के खिलाफ FIR के निर्देश दिए हैं. दरअसल, शाही जामा मस्जिद में फिल्मी गाने पर शूटिंग की वीडियो वायरल होने के बाद मुस्लिम समुदाय ने पुरातत्व विभाग (ASI) और जामा मस्जिद की इंतजामियां कमेटी पर सवाल खड़ा करते हुए कार्रवाई की मांग की थी. 


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मुस्लिम समुदाय के भारी विरोध के बाद वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया.  वहीं, इस बारे में बात करते हुए पुरातत्व अधीक्षण डा० राजकुमार पटेल ने बताया कि यह वीडियो शूटिंग की कोई जानकारी नहीं थी. अब यह मामला संज्ञान में आया है तो इसके लिए आगरा किला प्रभारी को आरोपी  लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं.


मस्जिद इंतजामिया कमेटी भी कटघरे में
हालांकि, इससे पहले जामा मस्जिद की इंतेजामिया कमेटी के सद्र जाहिद कुरैशी ने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा था कि यह वीडियो हमारे दफ्तर कानहीं है,  जबकि इंतजामिया कमेटी के कर्मचारियों के भी तस्वीरें वायरल हुई हैं, जो कि जामा मस्जिद में बने ऑफिस के अंदर एक्टर और एक्ट्रेस के साथ फोटो सेशन करते हुए नजर आए हैं.


स्थानीय लोगों ने किए ये सवाल
वहीं, स्थानीय ताहिर उद्दीन ताहिर ने कहा है कि मस्जिद इबादत की जगह है. यहां को कैसे गाना बजाना कर सकता है?  इबातगाह के भीतर गाने की शूटिंग करना सख्त मना है, जो शरीयत के खिलाफ़ है.इस तरह की हरकत बहुत ही शर्मनाक है. इस शर्मनाक हरकत में इंतजामिया कमेटी के सद्र भी शामिल हैं उनके इजाजत के बिना गाने की शूटिंग कैसे हो सकती है? इसमें इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष का भी हाथ है.


डाइरेक्टर ने मांगी माफी 
वहीं, इस पूरे विवाद पर शाही जामा मस्जिद में शूटिंग करने वाले म्यूजिक डायरेक्टर ने भी एक वीडियो के जरिए अपनी सफाई दी है और सभी से माफी मांगी है. साथ ही म्यूजिक डायरेक्टर ने यह भी कहा है कि उनके द्वारा शाही जामा मस्जिद के चेयरमैन से फोन पर शूटिंग की परमिशन मिलने के बाद ही वीडियो बनाया था. इसके लिए वहां पर तैनात सभी कर्मचारियों ने उनकी मदद भी की. 


मस्जिद कमेटी पर उठी कार्रवाई की मांग
वहीं,  इस मामले में मुस्लिम समुदा के लोग कमेटी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अब देखना यह होगा कि उत्तर प्रदेश वक़्फ़ बोर्ड के सीनियर अफसर मस्जिद की मौजूदा कमेटी पर कब तक कार्रवाई करते हैं.