Assam: बाल विवाह सामाजिक अभिशाप है. इसी को लेकर असम राज्य में गिरफ्तारियां चल रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार बाल विवाह के 4074 मामले दर्ज किए गए थे जिनमें से 2044 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. सरकार की इस कार्रवाई का कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं वहीं कुछ लोग इसका विराध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि बाल विवाह के खिलाफ एक्शन लेना सही है. लेकिन जिन लोगों की सालों पहले शादी हो चुकी है उनके पतियों को गिरफ्तार करने के कोई मतलब नहीं है. इससे उनकी पत्नी और बच्चों को ही समस्या होने वाली है. 


महिला ने की आत्महत्या


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पिछले रोज बाल विवाह की के कारण चल रही गिरफ्तारियों की वजह से अक महिला ने आत्म हत्या कर ली. महिला का नाम खुशबू था जिसकी शादी 2012 में इस्लाम नाम के एक युवक से हुई थी. इस्लाम की कोविड के कारण 2019 में मौत गो गई थी. अब जब गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हुआ को खुशबू बुरी तरह डर गई और उसे लगा कि उसके पुलिस उसके ससुर को गिरफ्तार कर लेगी. इस डर से उसने फंदा लगा खुद को फांसी लगा ली. खुशबू के दो बच्चे हैं जिनके सिर से अब मां और बाप दोनों का साया उठ गया है.


असम से मुख्यमंत्री हेमंत ने कहा है कि जिन लोगों ने 14 साल की कम उम्र की लड़की से शादी की उनके पतियों को रिहा नहीं किया जाएगा. वहीं जिन शादियों में लड़की की उम्र 14 साल से ऊपर थी उनकी जमानत हो सकती है.


महिला के आत्महत्या पर सीएम ने क्या कहा?


मीडिया के पूछने पर कि एक आज एक औरत ने आत्महत्या कर ली. जिसपर सीएम ने कहा कि अगर कोई गिरफ्तार हो रहा है और सोच के कि मेरी बाबा की गिरफ्तारी होगी आत्महत्या करती है तो मैं इसमें क्या कर सकता हूं. ऐशे सिंपेथी वाली खबरों से ये कार्रवाई नहीं रुकेगी. सीएम ने कहा कि मैंने जिला अधिकारी को कहा है कि अगर किसी महिला के पति को जेल जाने पर महिला को किसी तरह की दिक्कत आती है तो उसकी जिला प्रशासन सहायता करे.


रिपोर्ट- शरीफ उद्दीन अहमद