Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आज यानी 9 अगस्त को पड़ोसी राज्य मेघालय के एक निजी यूनिवर्सिटी पर अपने कैंपस में पहाड़ियों को तोड़कर नई इमारत बनाने के लिए "बाढ़ जिहाद" में शामिल होने का इल्जाम लगाया, जिसके बारे में उनका दावा है कि इससे गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर जलभराव हुआ है. 


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सरमा ने महबूबुल हक के जरिए स्थापित विज्ञान और प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी मेघालय (USTM) पर उंगली उठाई, जो इसके चांसलर भी हैं. USTM के अधिकारियों से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं किया जा सका. यहाँ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सरमा ने दावा किया कि यूनिवर्सिटी एक मेडिकल कॉलेज शुरू करने के लिए नई इमारत को बनाने के लिए अपने परिसर में सभी पहाड़ियों को तोड़ रहा है और यह गुवाहाटी में जलभराव की एक वजह ये भी है.


लगाए कई गंभीर इल्जाम
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि USTM के मालिक ने बाढ़ जिहाद शुरू कर दिया है. कोई भी प्रकृति-प्रेमी व्यक्ति इस तरह से जंगलों और पहाड़ियों को बेरहमी से नहीं काट सकता. आजकल, उचित वास्तुशिल्प डिजाइन के साथ पहाड़ियों पर इमारतें बनाई जा सकती हैं." USTM, गुवाहाटी के बाहरी इलाके में मेघालय के री-भोई जिले के 9वें मील इलाके में मौजूद है. सोमवार से गुवाहाटी में भारी बारिश हुई, जिसके बाद सड़कों पर पानी भर गया और कमर तक पानी भर गया. जिससे आवागमन ठप हो गया.


असम के सीएम ने क्या कहा?
सरमा ने कहा, "यूएसटीएम मेघालय में स्थित है, लेकिन इसके 90 फीसद स्टूडेंट और टीचर असम से हैं. अगर हमारे स्टूडेंट और टीचर वहां जाना बंद कर दें, तो यह अपने आप ही पहाड़ियों को नष्ट करना बंद कर देगा. इस मुद्दे पर मेघालय के सीएम कॉनराड के संगमा को एक खत भेजा गया है और दोनों सीएम इस समस्या पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार रात को मिलने जा रहे हैं."