असम में कांग्रेस के दो विधायक ‘सरकार का बने हिस्सा’; विपक्ष में रहकर भाजपा का करेंगे समर्थन !
Assam News: पुरकायस्थ कांग्रेस की प्रदेश इकाई के एग्जीक्यूटिव हेड थे. जबकि बसंत दास तरुण गोगोई की सरकार में मंत्री रहे थे. दास साल 2021 में मंगलदोई सीट से विधायक चुने गए थे.
Assam News: कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले लगातार झटके लग रहे हैं. कांग्रेस को महाराष्ट्रा के बाद अब असम में तगड़ा झटका लगा है. असम के दो मौजूदा विधायक कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किए हैं.असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को पुष्टि करते हुए कहा कि कांग्रेस MLAs कमलाख्या डे पुरकायस्थ और पूर्व मंत्री बसंत दास ने ‘‘सरकार में शामिल होने’’ का फैसला किया है.
बता दें कि पुरकायस्थ कांग्रेस की प्रदेश इकाई के एग्जीक्यूटिव हेड थे. जबकि बसंत दास तरुण गोगोई की सरकार में मंत्री रहे थे. दास साल 2021 में मंगलदोई सीट से विधायक चुने गए थे. राज्य में भाजपा-नीत सरकार की अगुआई कर रहे शर्मा ने बजट सेशन के दौरान दोनों MLAs का विधानसभा कैंपस स्थित सीएम के कक्ष में स्वागत किया.
पुरकायस्थ कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI ( National Students Union Of India ) में छात्र जीवन से ही पार्टी से जुड़े थे. वह साल 2021 में करीमगंज उत्तर सीट से असेंबली के लिए चुने गए थे. शर्मा ने कहा, "नरेन्द्र मोदी-नीत केंद्र सरकार में विश्वास जताते हुए, कांग्रेस के दोनों MLAs ने सरकार का सोपर्ट करने का फैसला किया है. सभी जन कल्याणकारी प्रोग्राम्स और रचनात्मक कार्यों में वे राज्य व सेंट्रल गवर्नमेंट का सपोर्ट करेंगे."
शर्मा ने आगे कहा कि मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके पुरकायस्थ, और दास अपोजिशन पार्टी के विधायक बने रहेंगे, लेकिन जनता के लिए काम करने के वास्ते असम सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया है.बता दें कि इन दोनों विधायकों से पहले भी कांग्रेस विधायक शशिकांत दास और सिदि्दकी अहमद ने भी इसी तरीके से सरकार को अपना समर्थन दिया था, लेकिन अब भी वे अपोजिशन पार्टी के ही विधायक हैं.
गौरतलब है कि मौजूदा वक्त में 126 विधायकों वाली असम विधानसभा में भाजपा के पास 61 विधायक हैं. जबकि इसकी सहयोगी पार्टी UPPL के 7 और असम गण परिषद (AGP) के 9 सदस्य हैं. वहीं,अपोजिशन खेमे में कांग्रेस के 27, बदरुद्दी अजमल का पार्टी एआईयूडीएफ के 15 और बीपीएफ के तीन और माकपा के एक विधायक शामिल हैं. एक निर्दलीय विधायक का भी अपोजिशन को समर्थन है .