बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का एक रिक्शाचालक ईमानदारी की मिशाल पेश की है. केआर पुरम निवासी कुमार डी ऑटोरिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. हालही में कुमार एक सवारी को उसके गंतव्य स्थल पर छोड़ा, इस दौरान ऑटो में सवार शख्स पैसों से भरा थैला उनके ऑटो में ही भूल गया. जिसके उन्होंने उस यात्री को ढूंढ़ कर उसके पैसे वापस कर दिए. वहीं ऑटोचालक के द्वारा किए गए इस काम के लिए डिप्टी कमीश्नर ऑफ पुलिस (वेस्ट) संजीव एम पाटिल ने सम्मानित भी किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: ये शख्स लोगों के साथ घूमने के लिए लेता है हजारों रुपए, रेंट पर हायर करते हैं लोग


ढ़ाई लाख रुपए थे बैग में 
एक अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के 33 वर्षीय अमित कुमार पांडे ने कॉटनपेट से कुमार के ऑटो में बैठे और उससे चामराजपेट के ईदगाह मैदान के पास पर उतर गए. अमित के उतरने के बाद एक महिला ने ऑटो रोका और कुमार से श्रीनगर चलने को पूछा. वह आसानी से राजी हो गए. जब महिला ऑटो में बैठी तो उसने सीट पर एक बैग देखा, जिसकी जानकारी उसने कुमार को दी.


यह भी पढ़ें: जानिए, आखिर क्या है टूलकिट? भारत के खिलाफ कैसे किया गया इसका इस्तेमाल


फोन कर यात्री को बोला आप अपना बैग लें जाए
कुमार ने महिला यात्री को पहले तय स्थल पर छोड़ा. इसके बाद अमित कुमार पांडे जहां उतरे थे,उस जगह पर ऑटोचालक पहुंच गया. फिर उसने पास के दुकान  (जहां पर अमित पांडे ऑटो से उतरने के बाद गए थे) पर गया. दुकानदार से पैसेंजर के बारे में पूछ-ताछ की. इसके बाद बैग के मालिक को फोन किया, जो कुछ ही मिनटों में पुलिस के साथ वहां पहुंच गए.


डिप्टी कमिश्नर ने किया सम्मानित
पुलिस ने बताया कि अमित मुंबई की एक कंपनी में मैनेजर हैं. वह बेंगलुरु में अपने क्लाइंट्स से पैसे लेने आए थे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शख्स ने ऑटो चालक की मौजूदगी में बैग चैक किया और उसकी ईमानदारी से खुश होकर उसे 3 हजार रुपये भी दिए. जबकि डीसीपी पाटिल ने ऑटो भी चालक को उसकी ईमानदारी के लिए एक सर्टिफिकेट और 5 हजार रुपये से सम्मानित किया.


ZEE SALAAM LIVE TV