महंगी गाड़ी छोड़ ट्रैक्टर लेकर दुल्हन लेने पहुंचा दूल्हा; दुल्हन बोली, यही है मेरा हवाई जहाज!
आज के दौर में जहां लोग अपनी शादी में शान व शौकत दिखाते हैं और गाड़ियों से बारात जाते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो ट्रैक्टर से बारात जाना पसंद करते हैं.
आधुनिक और अमीरीयत भरी इस दुनिया में आज कल की दुल्हनें महंगी-महंगी गाड़ियां और हेलीकॉप्टर रूपी डॉलियों में सवार होकर ससुराल जाना पसंद करती हैं और आज कल के दूल्हे भी महँगी गाड़ियों और हेलिकॉप्टर में ही बरात लेकर जाना पसंद करते हैं. लेकिन आज हम बारात में डोली के रूप में सजकर गए जिस जहाज़ की बात कर रहे हैं वो असल में किसान का जहाज है. जी हाँ हम किसान के जहाज ट्रैक्टर की बात कर रहे हैं, जो सज-धज कर दुल्हा बने गुहणा गांव के संजू की बारात मे बड़े शान से निकला.
दूल्हे को किसानी से है लगाव
हरियाणा में मौजूद कैथल के गुहणा गाँव के किसान नेता सतपाल दिल्लों वाली के भतीजे की शादी थी, जिसमें किसानी की झलक तो दिखने ही वाली थी. दूल्हा बने संजू को किसान आंदोलन के बाद किसानी और किसानी की चीज़ों से बड़ा लगाव है. वो ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन खेती करना उनका शौक है. हो भी क्यों ना उनके परिवार में उनके ताऊ जी किसान नेता जो हैं. दूल्हा बने संजू को अपनी शादी में भी कुछ ऐसा करना था कि लोग किसानी को याद करें, तो उन्होंने उनके खेतों में चलने वाले किसान के जहाज़ यानी ट्रैक्टर पर बारात ले जाने में ही गर्व की बात समझी.
दूल्हे की हो रही चर्चाएं
संजू अपनी दुल्हन मोनिका की डोली ट्रैक्टर पर ही लाना चाहता था और हुआ भी यूं ही. ट्रैक्टर को डोली वाली कार की तरह ही फूलों और रिबन से सजाया गया. बड़े अदब से किसान का ये जहाज दूल्हे संजू की बारात लेकर बैंड बाजे के साथ गाँव गुहणा से निकला. दुल्हन के घर गाँव जुलानी खेड़ा में पहुंचा. जब सज-धज कर ट्रैक्टर पर संजू की बारात शहर होते हुए गांव जुलानी खेड़ा में पहुंची तो रास्ते में सभी लोग खड़े होकर सजे हुए ट्रैक्टर पर निकली बारात को देख रहे थे. दुल्हन के गाँव में भी ट्रैक्टर पर आए दूल्हे की चर्चाएं हो रही थीं. दूल्हा दुलहन के सात फेरों के बाद जब दुल्हन की विदाई हुई, तो किसान के इसी जहाज, जो डोली के रूप में सज़ा था. उस पर ही दुल्हन मोनिका सवार हुई और दूल्हा बने संजु अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर पर लेकर ही अपने घर पहुंचे. इस शादी में डोली वाले जहाज की चर्चाएं सब जगह हो रही थीं.
ट्रैक्टर पर बैठना गर्व की बात
जब इस विषय में दुल्हा बने संजु और दुल्हन मोनिका से बात की गई, तो उन्होंने कहा हम दोनों के परिवार किसान परिवार हैं और ऐसे में किसान के इस जहाज़ पर बारात जाना और दुल्हन को ट्रैक्टर की इसी डोली में बैठाकर अपने घर लाना कहीं न कहीं हमारे लिए एक गर्व का विषय है, क्योंकि किसान परिवार से हम आते हैं और किसान का ट्रैक्टर ही उनका असली गौरव होता है, जिससे वो किसानी कर अन्न पैदा करता है.
लोग खड़े होकर देख रहे थे
जब इस विषय में किसान नेता सतपाल दिल्लोंवाली से बात की गई तो उन्होंने कहा किसान का ट्रैक्टर उसके लिए सब कुछ होता है और जब ट्रैक्टर को सजाकर बारात में लेकर जाया गया तो सभी लोग खड़े होकर देख रहे थे और लोगों में 1 मेसेज था किसानी उनके लिए गर्व की बात है. दूल्हे के पिता बसाऊ राम ने कहा कि जब बारात ट्रैक्टर पर गई और दुल्हन ट्रैक्टर रूपी डोली में बैठकर आयी तो दोनों जगह ही लोग खड़े होकर देख रहे थे और हमारे लिए ये गर्व की बात है.