Begusarai Firing Case: मंगलवार को बेगूसराय में गोलाकांड हुआ. जिसमें पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. घटना के कुछ घंटों बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. इन लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. ऐसा माना जा रहा है कि बेगूसराय पुलिस शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले की पूरी जानकारी दे सकती है.


बेगूसराय गोली कांड क्या है?


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एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 13 सितंबर यानी मंगलवार को दो बाइक सवारों ने बेगूसराय के बछवाड़ा से लेकर चकिया तक करीब 30 किलोमीटर तक गोलीबारी की. जिसमें चंदन कुमार नाम के एक शख्स की मौत हो गई, वहीं नौ लोग बुरी तरह से घायल बताए जा रहे हैं. इनका इलाज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है. अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापे मार रही है और कई सीमाओं को सील किया गया है. 


सात पुलिसकर्मी सस्पेंड


मामला सामने आने के बाद सियासी बयानबाजी भी तेज हुई. कई सियासी लीडरान ने नीतीश सरकार पर हमला बोला. जैसी ही ये गोलीकांड हुआ तो नीतीश सरकार भी एक्शन में आई और जिम्मेदार सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. अब इस गोलीकांड को लेकर विपक्ष लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को घेर रहा है.


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इस मामले में पुलिस ने अपराधियों की जानकारी देने वालों को 50 हजार रुपये ईनाम देने का ऐलान किया है. ऐसा बताया जा रहा है कि अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद थाने के आगे से गुजरे लेकिन पुलिस को इसकी जरा सी भी भनक नहीं लग पाई. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेघरा थाने के एसएचओ संजय कुमार ने इस बात को कुबूल किया है कि अपराधी बाइक से उनके थाने के सामने से गए लेकिन उन्हें इस बात का पता नहीं चल पाया. पुलिस ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में वायरलेस से भी कोई जानकारी नहीं मिली.


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