चंडीगढ़: एक तरफ जहां योगी आदित्यनाथ दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री बने भगवंत मान ने एक एतिहासिक फैसला लिया है. भगवंत मान ने एक ऐसा फैसला लिया है जो आम लोगों में काफी चर्चा का विषय बना रहता है. भगवंत मान के ज़रिए लिए गए फैसले से आम जनता में काफी खुशी है. मान शुक्रवार को बड़ा फैसले विधायकों के पेंशन फॉर्मूला में होगा बदलाव को लेकर निर्देश दिए हैं.


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भगवंत मान ने निर्देश दिए हैं कि विधायकों को सिर्फ एक बार की पेंशन ही मिलेगी. इससे पहले अब तक जितनी बार भी विधायक बनते थे उतनी बार की पेंशन की रकम जुड़कर मिलती थी. भगवंत मान के इस फैसले के बाद सरकार का करोड़ों रुपये का फायदा होगा. एक जानकारी के मुताबिक मान का यह फैसला लागू होने के बाद सरकार को 5 सालों में करीब 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत होगी. बताया जा रहा है कि बचाई गई इस बड़ी रकम को लोगों की भलाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. 


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कितनी होती है विधायक के पेंशन
दरअसल अगर कोई एक बार विधायक बन जाता है तो उसको 75 हजार रुपये पेंशन के तौर पर मिलते हैं लेकिन अगर कोई दो बार विधायक बन गया तो उसकी यही पेंशन डबल हो जाती है यानी 1 लाख 50 हजार रुपये. फिहलाल लाल सिंह, राजिंदर कौर, सरवन सिंह फिलोर को हर महीने मिलते थे 3 लाख 25 हजार रुपये मिलते हैं. इसके अलावा रवि इंदर सिंह, बलविंदर सिंह को हर महीने 2 लाख 75 हजार रुपये मिलते थे. 10 बार के विधायक की पेंशन 6 लाख 62 हजार प्रति माह मिलती थी लेकिन भगवंत मान के इस फैसले के बाद अब विधायकों का गणित बिगड़ जाएगा. 


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