Protest against Farooq Abdullah: भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और राष्ट्रीय बजरंग दल (आरबीडी) ने मंगलवार को जम्मू में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ सेना को लेकर उनकी टिप्पणी पर विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया और उनसे सशस्त्र बलों और लोगों की भावनाओं को कथित तौर से ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगने को कहा. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच बढ़ती मुठभेड़ों पर चिंता जाहिर करते हुए अब्दुल्ला ने भारी सैन्य तैनाती के बावजूद सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ पर सवाल उठाया था और कहा था कि "उन सभी में नजदीकी गठजोड़ है." 


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भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया विरोध प्रदर्शन
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष अरुण प्रभात के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अब्दुल्ला के बयान के खिलाफ जम्मू में विरोध प्रदर्शन किया. तिरंगा लेकर प्रदर्शनकारियों ने अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष का पुतला भी जलाया और सेना के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग की. प्रभात ने संवाददाताओं से कहा, "फारूक अब्दुल्ला ने सेना के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया है और उसके चरित्र पर संदेह जताया है. वह सेना विरोधी और सरकार विरोधी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. हम उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.” 


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फारुक अब्दुल्लाह मांगें माफी
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब्दुल्ला को अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए, जिसने कथित तौर पर सेना और भारत के लोगों की भावनाओं का अपमान किया है. राष्ट्रीय बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश कुमार की कयादत में भी कार्यकर्ताओं ने अब्दुल्ला के खिलाफ एक रैली निकाली और सेना का अपमान करने वाली उनकी टिप्पणियों के लिए माफी की मांग की. उन्होंने पुतले जलाए और अब्दुल्ला तथा नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ नारे लगाए. पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला वर्तमान में पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं से जुड़ने और आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए डोडा और रामबन जिलों के एक सप्ताह के दौरे पर हैं.


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