Two Terrorists killed in Rajouri: 15 अगस्त से पहले जम्मू-कश्मीर के परगल में उरी जैसी घटना को अंजाम देने में आतंकवादी नाकाम रह गए. दरअसल, परगल इलाके में कुछ आतंकी आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे थे. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग में दो आंतकियों को ढेर कर दिया. दोनों तरफ से हुई फायरिंग में फौज के 3 जवान भी शहीद हो गए.


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11 राष्ट्रीय राइफल के मुताबिक, राजौरी के परगल आर्मी कैंप में कुछ आतंकवादी कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे थे. उसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई. जिसमें 2 आतंकी ढेर हो गए. जवाबी फायरिंग में आर्मी के 3 जवान शहीद हो गए हैं. इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. धरहल पुलिस स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी पर दूसरी टीमों को भी कैंप की ओर रवाना कर दिया गया है. माना जा रहा है कि आतंकवादियों ने उरी जैसे हमले को दोहराने की कोशिश की थी.


2016 में हुआ था उरी अटैक


बता दें कि साल 2016, 18 सितंबर के दिन उरी सेक्टर में एलओसी (LOC) के पास ठीक इसी तरह भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय में घुसकर सो रहे जवानों पर 4 आतंकियों ने हमला किया था. आतंकियों ने सो रहे जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं. हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. जबकि करीब 30 जवान घायल हुए थे. 20 सालों में भारतीय सेना पर हुआ यह सबसे बड़ा हमला था. हालांकि जवाबी कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के चारों आतंकियों को भी मार गिराया गया था. वहीं, भारत ने भी पीओके (POK) में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) को अंजाम दिया था.


अमरीन भट्ट का कातिल भी ढेर


बीते दिन बडगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-ताइबा का आतंकी लतीफ राथर मारा गया था. पुलिस के मुताबिक, राथर कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट और अमरीन भट्ट के क़त्ल में शामिल था.


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