Bihar Floor Test: बिहार में नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होने वाला है. इस बीच सूबे की सियासत गर्मा गई है. फ्लोर टेस्ट से पहले राज्य की राजधानी में हचलच तेज हो गई है. उधर, महागठबंधन के विधायकों को आज यानी 10 फरवरी को पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवास पर जाते हुए देखा गया है. जानकारी के मुताबिक, महागठबंधन के  सभी विधायक दो दिन तक यहीं रहेंगे. 


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नीतीश कुमार का फ्लोर टेस्ट
जदयू के मुखिया और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को महागठबंधन से नाता तोड़कर NDA गठबंधन में शामिल हो गए थे. फिर उसी वक्त देर शाम में उन्होंने 9वीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ली थी. नीतीश कुमार के साथ बीजेपी के दो दिग्गज नेताओं ने शपथ ली, जिन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया. वहीं, बिहार में नीतीश कुमार को सत्ता पर काबिज रहने के लिए 12 फरवरी विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा. 


दोनों में बहुत कम का है फासला
इस बीच दोनों तरफ से पार्टी में टूट होने का दावा किया जा रहा है. इस मद्देनजर सभी पार्टियां अलर्ट हैं. जिसके चलते महागठबंधन के विधायकों को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आवास पर रुकने को बोला गया है. बिहार में सबसे बड़ी पार्टी राजद है, जिसके 79 विधायक हैं. वहीं, बीजेपी के पास 78 विधायक हैं. यह बिहार की सेकेंड पार्टी है. जदयू के 45 विधायक हैं. लेफ्ट के पास 16, कांग्रेस के पास 19, हम के पास 4 और एक निर्दलीय विधायक हैं. 


ऐसे गिर सकती है सरकार
बिहार विधानसभा में विधायकों की संख्या 243 हैं. बहुमत के लिए 121 विधायकों की जरूरत हैं. मौजूदा हालात में NDA के पास बहुमत है. एनडीए के पास 128 विधायक हैं, बहुमत से सिर्फ 7 ज्यादा, वहीं, महागठबंधन की बात की जाए, तो महागठबंधन के पास 114 विधायक हैं. बहुमत से सिर्फ 7 विधायक दूर है. अगर मांझी के 4 विधायक और जदयू के तीन विधायक सरकार के पक्ष में वोट नहीं करते हैं, तो इस हालात में बिहार में सरकार गिर जाएगी.