पटना: अगले दो दिन बिहार की सियासत के लिए बहुत अहम साबित होने वाने हैं. यहां बड़े सियासी उलटफेर की संभावना जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि एक दो दिन में जेडीयू बीजेपी से अलग होने का ऐलान कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार आरजेडी, लेफ्ट फ्रंट और कांग्रेस के साथ मिलकर एक बैकल्पीक सरकार बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी उठापटक के बीच JDU ने 11 अगस्त को अपने सभी सांसद और विधायकों को पटना बुलाया है. RJD भी इसी नक्शेकदम पर है. उसने सभी विधायकों को उसी दिन पटना में रहने के लिए आदेश जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि हालिया दिनों एनडीए गठबंधन के दरमियान सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है. जेडीयू ने बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया है. वहीं ये भी खबर आ रही है कि नीतीश की पार्टी के ज्यादा विधायक मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते हैं, ऐसे में नीतीश कुमार आरजेडी, लेफ्ट फ्रंट और कांग्रेस के मिलकर सराकर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच ये भी खबर आ रही है कि सीएम नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से भी बातचीत की है. 


गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से नीतीश कुमार और बीजेपी के दरमियान लगातार दूरी होती जा रही है. 17 जुलाई गृह मंत्री अमित शाह ने तिरंगे यात्रा को लेकर देश के सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी, लेकिन सीएम नीतीश ने इस बैठक से दूरी बना ली. फिर 22 जुलाई को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई भोज में भी नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए. ये सिलसिला यहीं नहीं रुका, बल्कि  25 जुलाई को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी नीतीश कुमार ने शिरकत नहीं की. इसके बाद 7 अगस्त को जब पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक हुई तो सीएम नीतीश इसमें भी शामिल नहीं हुए.


ये भी पढ़ें: UP News: SP नेता की कार को ट्रक ने मारी जोरदार टक्कर, 500 मीटर तक घसीटा, देखें


वहीं दूसरी तरफ से ये भी खबर आ रही है कि आरजेडी ने मुमकिना सरकार गठन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. आरजेडी ने अपने सभी विधायकों को पटना में रहने का आदेश जारी किया है. हालाकि क्या वाक्यी बिहार में एडीए की सरकार खत्म होने वाली है, इसपर अभी बीजेपी ये जेडीयू के नेताओं की तरफ के कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. 


ये वीडिये भी देखिए: Azadi Ka Amrit Mahotsav: एक तिगड़ी जिसने अंग्रेजो के मंसूबों पर फेरा था पानी