Bihar News: अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर राजनीति बयानबाजी इन दिनों तेज है. इस बीच, बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने मजहब को लेकर कहा कि धर्म अपनाने की चीज है. मंत्री ने जमुई में पत्रकारों से चर्चा करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि राजनीति और मजहब अलग-अलग चीजें हैं. धर्म अपनाना व्यक्तिगत फैसला है."


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आगे उन्होंने कहा कि आज मैं हिंदू हूं, कल मैं लछुआर जाऊं और मुझे जैन मजहब अपनाने की प्रेरणा मिल सकती है और मैं जैन बन सकता हूं. कल अजमेर शरीफ जाकर ऐसा दिव्य ज्ञान मिल जाए कि हम मुस्लिम हो जाएं, नमाजी हो जाएं. इसमें किसी को परहेज नहीं होना चाहिए.


अंग्रेजों ने हिंदूस्तान को बना दिया कमजोर
अशोक चौधरी ने कहा कि मजहब और राजनीति के अपने-अपने इलाके हैं. अंग्रेजों ने हिंदुस्तान को लूटा और हमें कमजोर बना दिया. जब हिंदुस्तान मुगलों के शासन में था तो यह कमजोर नहीं था, क्योंकि मुगल यहां के ही थे. हमें मुल्क में राजनीति करते वक्त गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने पर ध्यान देना चाहिए, मजहब को राजनीति से अलग रखना चाहिए. मंदिरों का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. उन्होंने जदयू को पूरी तरह एकजुट और मजबूत बताया.


मुस्लिम हमारे परिवार के हैं अंग
भारतीय मुसलमानों को लेकर उन्होंने कहा "इस मुल्क में कुछ ही संख्या में मुसलमान उस वक्त आए थे, जब मुगलों का शासन था. उनका दबदबा था, तो भारी संख्या में हिंदू लोग मुस्लिम में कनवर्ट हो गए. मुल्क में अफगान से घोड़ा पर चढ़कर मुसलमान नहीं आए हैं. मुस्लिम भी हमारे परिवार के अंग हैं. हिंदू का खून भी लाल है और मुसलमान का खून भी लाल है. आज जो हिंदु है, कल वो मुसलमान बन सकते हैं और आज जो मुसलमान है, वो कल हिंदू भी बन सकते हैं."


JDU को लेकर कही ये बात
इसके साथ ही अशोक चौधरी ने JDU की भविष्य की राजनीति या बीजेपी के साथ जाने वाले सवाल पर कहा, "राजनीति में कल क्या होगा, कोई नहीं जानता. न ही इसकी कोई गांरटी है. राजनीति एक अनहोनी घटना है, जो कभी भी घटित हो सकती है. उसके बारे में पहले से कोई कुछ नहीं बता सकता. अभी हम महागठबंधन में हैं और बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है.