Bihar News: मोतीहारी में लोकल पुलिस के मदद से NIA ने मोस्ट वांटेड याकूब उर्फ सुल्तान उस्मान को गिरफ्तार किया है. जिला पुलिस और एटीएस की टीम ने याकूब को चकिया से गिरफ्तार किया है. NIA की टीम सुबह में मोतिहारी पहुंच गई थी.


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आपको बता दें कि याकूब PFI का सदस्य था. पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई वाले मामले में मोस्ट वांटेड था. याकूब को एनआईए की टीम चकिया थाना में पूछताछ कर रही है. पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर चकिया के गवान्द्री सहित अन्य जगहों पर छापेमारी चल रही है. याकूब मोतीहारी के चकिया में पीएफआई का ट्रेनिंग कैंप चलाता था.  


मोतिहारी SP का बयान
मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक कान्तेश कुमार मिश्र ने बताया कि "पटना के फुलवारी टेरर मॉड्यूल सामने आने के बाद चकिया के रहने वाले याकूब का एक वीडियो सामने आया था. जिसमें वह PFI का झंडा लगाकर कुछ युवकों को ट्रेनिंग देता दिखाई दे रहा है. याकूब की तलाश एनआईए, एटीएस, सहित कई जांच एजेंसियां कर रही थी. लेकिन हर बार वह बार पुलिस और जांच एंजेसी को चकमा देकर फरार हो जाता था. लेकिन इस बार उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसे एटीएस की टीम अपने साथ ले जाने की प्रक्रिया में जुटी हुई है." 


क्या है फुलवारी शरीफ का मामला
जुलाई 2022 में बिहार की राजधानी फुलवारी शरीफ में पुलिस ने छापेमारी की थी. जिसमें पीएफआई से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. छापेमारी के दौरान इंडिया 2047 नाम का 7 पन्ना का दास्तवेज मिला था. बताया गया था कि इस दास्तवेज में 2047 तक इंडिया को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की प्लानिंग की गई थी. इस टारगेट को पूरा करने के लिए मुस्लिम युवा लड़को को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी. उस समय 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी. उस समय से एनआईए ने पीएफआई संगठन से जुड़े लोगों पर लागातार छापेमारी कर रही है.


 


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