बिहार से खाली हो रही राज्यसभा की 6 सीटें; RJD किसी मुस्लिम उमीदवार को भेज सकता है उच्च सदन
Bihar Rajya Sabha Chunav: बिहार से जिन राज्यसभा सांसदों का टेन्योर खत्म हो रहा है, उसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मनोज कुमार झा (Manoj Kumar Jha)और अहमद अशफाक करीम, नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) की पार्टी जदयू के अनिल प्रसाद हेगड़े और वशिष्ठ नारायण सिंह, जबकि भारतीय जनता पार्टी के सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) और कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं.
Bihar Rajya Sabha Chunav: बिहार में राज्यसभा की खाली होने वाली छह सीटों को लेकर होने वाले इलेक्शन के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इलेक्शन को लेकर पार्टी और कैंडिडेट्स अब जोड़तोड़ में भी जुट गए हैं. इस इलेक्शन में कांग्रेस जहां सहयोगियों के भरोसे है, वहीं बीजेपी को फायदा होना तय माना जा रहा है.
बिहार से जिन राज्यसभा सांसदों का टेन्योर खत्म हो रहा है, उसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मनोज कुमार झा (Manoj Kumar Jha)और अहमद अशफाक करीम, नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) की पार्टी जदयू के अनिल प्रसाद हेगड़े और वशिष्ठ नारायण सिंह, जबकि भारतीय जनता पार्टी के सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) और कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं.
विधानसभा समीकरण के हिसाब से देखें तो भाजपा (BJP) को इस इलेक्शन में फायदा होना तय है, जबकि वाम दलों और कांग्रेस को अपने सहयोगियों के सहारे रहना होगा. JDU की तरफ से अब तक कोई नाम सामने नहीं आया है, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि जदयू (JDU) इस बार कोई चौंकाने वाले नामों पर मुहर लगा लगाएंगे.
राजद में मुस्लिम नामों पर भी चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने प्रदेश कोर कमिटी ने सेंट्रल कमिटी को कई संभावित नामों की लिस्ट दे दी है. बताया जा रहा है कि सेट्रल कमिटी जल्द ही राज्यसभा के लिए नामों की घोषणा कर सकती है. वहीं, राजद विधानसभा इलेक्शन के आधार पर दो कैंडिडे्स को फिर से राज्यसभा भेज सकता है. हालांकि, कैंडिडेट्स की घोषणा अब तक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि राजद मनोज कुमार झा को फिर से राज्यसभा भेजे जा सकते हैं. लेकिन कई दूसरे नामों पर भी बातचीत की जा रही है, जिसमें कई मुस्लिम लीडर भी हैं.
वामदलों पर पूरा खेल निर्भर
कांग्रेस के अखिलेश सिंह को लेकर असमंजस की हालात बनी हुई है. कांग्रेस के पास टोटल विधायकों की संख्या 19 है. जबकि राजद के पास 79 विधायक हैं. राजद के दो सांसद जीतने के बाद अगर कांग्रेस को राजद का सपोर्ट मिल भी जाता है तब भी कांग्रेस को जीत के लिए यह तादाद कम होगी. ऐसे में पूरा खेल वामदलों पर निर्भर हो जाता है, जिसके पास टोटल 16 MLAs हैं. अगर वामदल भी कैंडिडेट्स देती है तो उसे कांग्रेस की जरूरत पड़ेगी. अब देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस सीट को कैसे बचाता है.
बता दें कि इन छह सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. वहीं, नामांकन करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी रखी गई है, जबकि 27 फरवरी को इलेक्शन होगा.