Ram Rahim Satsang: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पैरोल पर बाहर है, और वह कुछ दिनों से ऑनलाइन सत्संग कर रहा है. न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक इस सत्संग में भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा यूनिट के कई नेताओं ने हिस्सा लिया. आपको बता दें हरियाणा में अगले महीने पंचायत चुनाव हैं साथ ही आदमपुर विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव होना है. ये एक साल में तीसरा बार है जब राम रहीम पैरोल से बाहर आया है. उसका बाहर आना चुनावी तारीखों से मेल खा रहा है.


बलात्कार के मामले में सजा काट रहा है राम रहीम


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आपको बता दें डेरा प्रमुख राम रहीम 20 साल की जेल की सजा काट रहा है. उसे कोर्ट ने दो शिष्यों के साथ बलात्कार करने के आरोप में सजा सुनाई थी. उस वक्त राम रहीम को सजा होने के बाद काफी विवाद भी हुआ था. लोगों ने इसका काफी विरोध भी किया था.


नगरपालिका के चुनाव से पहले बेल


राम रहीम हरिया में 46 नगरपालिकाओं के चुनाव से पहले जून के महीने में पैरोल पर जेल से बाहर आ गया था. डेरा प्रमुख को पंजाब विधानसभा चुनाव से करीब दो हफ्ते पहले सात फरवरी से तीन सप्ताह की छुट्टी दी गई थी. आपको बता दें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सिरसा डेरा के भारी मात्रा में अनुयायी हैं.


ऑनलाइन सत्संग कर रहा है राम रहीम


राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत में  डेरा के बरनावा आश्रम से ऑनलाइस सत्संग कर रहा है. जहां हरियाणा के उप-विधानसभाध्यक्ष रणबीर गंगवा बुधवार को हिार में ऑनलाइन प्रवचन सुनने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सिरसा डेरा से परिवार के जुड़ाव की चर्चा की. बता दें इससे पहले करनाल की मेयर रेणु बाला भी दूसरे भाजपा नेताओं के साथ मंगलवार को ऑनलाइन सत्संग में शामिल हुईं थीं.



गंगवा और रेणु ने  ने राम रहीम से कही ये बात


सत्संग के दौरान गंगवा ने कहा कि वह डेरा प्रमुख द्वारा दिए गए आशीर्वाद से बेहद खुश हैं. वहीं रेणु बाला ने कहा राम रहीम को 'पिताजी' के तौर पर संबोधित किया और कहा कि डेरा प्रमुख का आशीर्वाद उनके साथ हमेशा रहना चाहिए. वीडियो में रेणु कहती दिख रही हैं कि भविष्य में भी आप करनाल आएं और एक बार फिर स्वच्छता का संदेश दें और अपना आशीर्वाद दें.



न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार गंगवा ने बृहस्पतिवार को फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें डेरा प्रमुख के ऑनलाइन सत्संग में शामिल होने पर कुछ भी गलत नहीं लगता है. वह और उनका परिवार दशकों से डेरा से जुड़ा हुआ है और यह व्यक्तिगत विश्वास और पसंद का मामला है. जब गंगवा से चुनाव के दौरान पैरोल मिलने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें उस वक्त भी पैरोल मिला है जब कोई चुनाव नहीं था. बता दें इस मामले को लेकर अभी विपक्ष का कोई बयान सामने नहीं आया है.