Western UP Separate State: साल 2024 के लोकसभा इलेक्शन से पहले कई पार्टियों और नेताओं ने अपनी सरगर्मियां तेज कर दी हैं. इसी क्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों के बड़े नेता संजीव बालियान ने उत्तर प्रदेश से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग करने की मांग की है. संजीव बालियान ने जाट समाज के प्रोग्राम में बोलते हुए ये मांग की है. उन्होंने कहा कि "पश्चिमी उत्तर प्रदेश अलग राज्य बनना चाहिए और मेरठ इस प्रदेश की राजधानी बने." उन्होंने आगे कहा कि "हम काफी अरसे से ख्वाब देख रहे हैं." इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.


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बालियान ने क्या कहा?


रविवार को मेरठ में सुभारती विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय जाट संसद का आयोजन किया गया. प्रोग्राम में जाट के बड़े नेताओं ने शिरकत की. इसमें उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कई राज्यों से जाट समाज के बड़े नेता शामिल हुए. लोगों को खिताब करते हुए संजीव ने कहा कि "सिर्फ एक जाति के सहारे आगे नहीं बढ़ा जा सकता है. सभी जाति बिरादरियों को साथ लेकर चलना पड़ेगा."


पहले भी होती रही अलग राय्ज की मांग


ख्याल रहे कि पहले भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग होती रही है. लेकिन इस बार अलग राज्य की मांग लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उठी है. लेकिन इस बार ये मांग लोकसभा इलेक्शन से पहले उठी है. इस दौरान संजीव बालियान ने खतौली में सफाई अभियान में हिस्सा लिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि "देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर सेवा पखवाड़े के तहत आज खतौली कस्बे के बालाजी धाम मंदिर में मकामी लोगों और भारतीय जनता पार्टी के साथियों के साथ स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में हिस्सा लिया."