Budaun News: उत्तर प्रदेश के बदायूं में आज यानी 3 फरवरी को सरकारी आवास में महिला जज ज्योत्सना राय का शव पंखे से लटका मिला है. जिससे पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया. मौके पर डीएम-एसएसपी समेत तमाम अधिकारी पहुंचे हैं. 


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बदायूं के सीनियर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जज ज्योत्सना राय 3 फरवरी को जब न्यायालय नहीं पहुंचीं, तो उनके आवास का दरवाजा भीतर से बंद था. जब दरवाजा नहीं खुला तो उनके कर्मचारियों ने पुलिस और कंपाउंड में रहने वाले दूसरे जजों को बताया, इससे तत्काल सभी लोग मौके पर पहुंच गए.


पंखे से लटका मिला शव
इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया, तो कमरे में पंखे से लटकता हुआ शव बरामद किया गया. घटनास्थल से कुछ कागजात मिले हैं, जिसकी पड़ताल की जा रही है. दूसरे विधिक कार्यवाही की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, मृत जज ज्योत्स्ना राय यूपी के मऊ जिले की मकामी थी. साल 2019 में न्यायिक सेवा में चयनित हुई थी. बदायूं जिले में वह अप्रैल 2023 में तैनात हुई थी. 


बीते साल एक जज ने मांगी थी इच्छा मृत्यु
वहीं, बीते साल एक महिला जज ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की थी. महिला जज ने अपने खत में लिखा था, "मैं दूसरों को न्याय देती हूं, उन्होंने इंडिया में काम करने वाली औरतों को भी संदेश दिया और कहा कि किसी भी तरह के उत्पीड़न के साथ जीना सीखें, यह हमारे जीवन की सच्चाई है, यह कोई नहीं सुनता. शिकायत करने पर प्रताड़ना मिलेगी. 


उन्होंने आगे लिखा, "मुझे न्याय के लिए सिर्फ 8 सेकंड मिले, मैं अपने लिए निष्पक्ष जांच नहीं करा पाई, अगर कोई औरतो सिस्टम से लड़ने की सोचती है तो यह गलत है, मुझे एक जज तौर पर यह महसूस हुआ है." महिला जज के चिट्ठी को संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से रिपोर्ट मांगा था.