Budget 2024: गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश में इस साल के आखिर में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करेंगी. वित्त मंत्री के रूप में यह उनका छठा और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट होगा. अंतरिम बजट लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनने तक बीच की अवधि की वित्तीय जरूरतों का ख्याल रखेगा. नई सरकार पूरा बजट पेश करेगी. संसद का बजट सेशन बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के जरिए लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के साथ शुरू हुआ था.


राष्ट्रपति ने संबोधन में क्या कहा?


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अपने संबोधन में, राष्ट्रपति ने कहा कि 2023 देश के लिए एक ऐतिहासिक वर था और अन्य कदमों के अलावा, देश ने सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की गति बरकरार रखी. उन्होंने कहा, "वर्ष 2023 भारत के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था जब वैश्विक संकट के बावजूद प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में यह सबसे तेजी से बढ़ी. भारत ने लगातार दो तिमाहियों में लगभग 7.5 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है"


आखिरी सेशन अप्रैल-मई में होने की उम्मीद


लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी सेशन, इस साल अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है, जिसमें 10 दिनों में कुल आठ बैठकें होंगी. सत्र शुरू होने से एक दिन पहले, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि बजट सेशन खास तौर से 2024-25 के अंतरिम केंद्रीय बजट से संबंधित वित्तीय व्यवसाय और प्रस्ताव पर चर्चा के लिए समर्पित होगा. हालांकि, इस साल के दौरान पार्लियामेंट के जरूरी काम और अन्य काम भी किए जा सकते हैं. साल 2023-24 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के अनुदान की अनुपूरक मांगों के साथ-साथ 2024-25 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के अंतरिम बजट की पेशी और चर्चा भी की जाएगी और मतदान किया जाएगा. 


7 फीसद बढ़ सकती है अर्थव्यवस्था


वित्त मंत्रालय ने एक समीक्षा रिपोर्ट में कहा कि इस अप्रैल से शुरू होने वाले फाइनेंशयल इयर 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था लगभग 7 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है. बता दें, भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 7.2 फीसद और 2021-22 में 8.7 फीसद बढ़ी है. भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 7.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है और यह सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी रहेगी.