नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी ने बुधवार को कहा है कि भाजपा-नीत केन्द्र सरकार दिल्ली के 53 मंदिरों को गिराना चाहती है. साथ ही, आप ने भाजपा पर ‘हिन्दू-विरोधी’ होने का इल्जाम भी लगाया है. पार्टी के राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र ने दिल्ली सरकार को मंदिरों की सूची भेजकर उन्हें गिराने के लिए धार्मिक समिति की मंजूरी मांगी है.

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यह दस्तावेज सबूत है कि कितनी हिन्दू-विरोधी है भाजपा 
आप नेता ने कहा कि पूरे मुल्क में भाजपा धर्म रक्षा के नाम पर नौटंकी करती है, खुद को धर्म का रक्षक बताती है. धर्म के नाम पर हिंसा करवाती हैं और घृणा फैलाती है, लेकिन यहां दिल्ली में नरेंद्र मोदी-नीत सरकार 53 मंदिरों को गिराना चाहती है. सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने दिल्ली सरकार को पत्र भेजकर कहा है कि उसे इन 53 मंदिरों को गिराने के लिए धार्मिक समिति की इजाजत चाहिए. उन्होंने इल्जाम लगाया हे कि यह भाजपा का असली चेहरा है. यह दस्तावेज सबूत है कि वे कितने हिन्दू-विरोधी हैं. सांसद ने केन्द्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत आने वाले भूमि और विकास विभाग द्वारा दिल्ली सरकार को भेजा गया पत्र भी मीडिया को दिखाया.  

किस इलाके में कितने मंदिर, जिसे गिराने का है प्रस्ताव 
आप सांसद ने भाजपा को ‘पाखंडियों’ की पार्टी बताया और मांग की है कि शहर में 53 मंदिरों को गिराने के इस कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी की दिल्ली इकाई के सद्र आदेश गुप्ता लोगों से माफी मांगें. सिंह ने कहा कि भाजपा के लोगों को मुंह पर कालिख मलकर घूमना चाहिए. इन 53 मंदिरों का हवाला देते हुए आप सांसद ने कहा कि उनमें से 19 कस्तूरबा नगर में हैं, जबकि नेताजी नगर में 10, सरोजनी नगर में आठ, श्रीनिवासपुरी में सात, त्यागराज नगर में पांच, नौरोजी नगर में तीन और मोहम्मदपुर इलाके में एक मंदिर स्थित है.


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