NEET-UG विवाद के बीच NTA के प्रमुख को हटाया गया, इस शख्स को दी गई जिम्मेदारी
NTA Chief Removed: पेपर लीक और पेपर रद्द करने के विवादों के बीच NTA के प्रमुख सुबोध कुमार को पद से हटा दिया गया है. अब उनकी जगह पर प्रदीप सिंह खरोला को रखा गया है.
NTA Chief Removed: देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों और विपक्ष के हमलों का सामना कर रहे केंद्र ने NEET-UG में कथित अनियमितताओं के विवाद के बीच राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के प्रमुख को उनके पद से हटा दिया है. हाल ही में UGC-NET की परीक्षाएं रद्द होने के बाद विवाद शुरू हुआ. शनिवार को एक बयान में, कार्मिक मंत्रालय ने ऐलान किया कि NTA के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह पर अब सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को इस पद पर बिठाया गया है.
कौन हैं NTA के नए प्रमुख?
खरोला भारत व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष और प्रबंध संपादक हैं और उन्हें "अगले आदेश तक" NTA के महानिदेशक के रूप में अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. यह कदम सरकार की तरफ से एक समिति गठित करने के कुछ घंटों बाद उठाया गया है, जो एजेंसी के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए सिफारिशें देगी. 25 जून से 27 जून तक होने वाली CSIR-UGC नेट परीक्षा को भी शुक्रवार को "लॉजिस्टिक कारणों" से स्थगित करना पड़ा और रविवार को होने वाली NEET-PG परीक्षा को शनिवार देर रात पुनर्निर्धारित किया गया.
CBI को सौंपी जांच
अब सरकार ने शनिवार को NEET-UG परीक्षा में पेपर लीक सहित कथित अनियमितताओं की जांच CBI को सौंप दी. एजेंसी कथित लीक की भी जांच कर रही है, जिसके कारण यूजीसी नेट परीक्षा रद्द कर दी गई थी. खबरों के मुताबिक NTA की तरफ से आयोजित परीक्षाओं में लीक के बार-बार लगने वाले आरोपों और छात्रों को होने वाली असुविधा के साथ-साथ उनके बीच बढ़ते गुस्से ने सिंह की स्थिति को कमजोर कर दिया था. NTA के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की प्रतिकूल टिप्पणियों ने भी परीक्षा निकाय प्रमुख को हटाने के फैसले में भूमिका निभाई.
धर्मेंद प्रधान ने दिया बयान
सुबोध कुमार को पद से हटाया जाना NTA में किए गए सुधार के वादे का भी हिस्सा है, जिसके बारे में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी बात की है. खबर है कि हाल ही में हुई कैबिनेट मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधान से कार्रवाई करने को कहा था और अब कार्रवाई शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि अब सरकार की प्राथमिकता कथित पेपर लीक की तह तक पहुंचना और दोषियों को सजा दिलाना है. यह इसलिए भी अहम है क्योंकि NTA कई अहम परीक्षाएं आयोजित करता है, जिसमें NEET और JEE शामिल हैं, जिनमें लाखों छात्र शामिल होते हैं.
सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट भी इस मुद्दे पर याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुनवाई करने वाला है. इससे पहले शनिवार को सरकार ने NTA के कामकाज में सुधार के तरीकों पर विचार करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया था. इस समिति की कयादत इसरो के पूर्व प्रमुख और IIT कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के वर्तमान अध्यक्ष डॉ के राधाकृष्णन करेंगे और एम्स के पूर्व निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया इसके सदस्यों में से एक होंगे.