Chhapra Hooch Tragedy: बिहार के छपरा में ज़हरीली शराब पीकर मरने वालों की तादाद में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. गुरुवार की सुबह तक कुल  31 लोगों की मौत की ख़बर सामने आ रही है. हालांकि,  अभी इस मामले में ज़िला इंतेज़ामिया की तरफ से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है. अब तक इंतेज़ामिया की तरफ़ से 21 लोगों की मौत की तस्दीक़ की गई है. वहीं मक़ामी लोगों का कहना है कि ज़हरीली शराब पीने से 50 से ज़्यादा लोग मौत का शिकार हो चुके हैं. मरने वालों में सबसे ज़्यादा मशरक के दस लोग शामिल हैं. जबकि इलाद करा रहे लोगों में से कई की आंखों की रौशनी भी चली गई है.


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थानेदार- चौकीदार पर एक्‍शन
बीते रोज़ ज़हरीली शराब के कारण होने वाली घटना पर एक्शन लिया गया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए मशरक के थानेदार रितेश मिश्रा और चौकीदार बिकेश तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि SDPO पर विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ उनका ट्रांसफर क‍िया जा रहा है. सरकार ने इस मामले की जांच के ल‍िए एसआईटी बनाई है. एसआईटी की अगुवाई की ज़िम्मेदारी सोनपुर एएसपी अंजनी कुमार को सौंपी गई है. वहीं पुलिस इस मामले में जगह जगह दबिश देकर सबूत जुटाने में लगी है.


 



40 शराब तस्करों पर शिकंजा 
उत्पाद विभाग के मढौरा डिवीज़न समेत छपरा सदर और सोनपुर की टीम को भी इस मुहिम में जोड़ा गया है. अभी तक पूरे ज़िले में मुहिम चलाकर 40 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में शामिल तीन लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने इसुआपुर के डोईला गांव से हरिराम महतो और उसके बेटे सूरज महतो को गिरफ्तार कर लिया है. बताया गया कि इनके द्वारा भेजी गई शराब पीने के बाद कई लोग मौत के मुंह में चले गए. वहीं इसके अलावा पुलिस घर- घर जाकर लोगों से पूछताछ कर रही है. वहीं ज़हरीली शराब मामले पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ज़हरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं. लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराब बंदी है तो ख़राब शराब मिलेगी ही, जो शराब पियेगा वो मरेगा.


 


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