China Earthquake: जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) की रिपोर्ट के मुताबिक, किर्गिस्तान और झिंजियांग के बीच सीमा इलाके में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया है. यह भूकंप देर रात 2 बजे आया था. रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप की गहराई 10 किमी (6.21 मील), 7.01 की तीव्रता, चीन के झिंजियांग क्षेत्र में 27 किलोमीटर (17 मील) की गहराई पर, खास तौर पर अक्सू शहर से 140 किलोमीटर पश्चिम में आया था. इसके अलावा देश की राजधानी दिल्ली में भी भूकंप के झटक महसूस किएगए थे, जो सेंटर से करीब 1400 किलोमीटर दूर है.


इन इलाकों में भी आया भूंकप


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करीबी इलाके कज़ाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए थे. मिनिस्ट्री ने जानकारी दी कि इलाके में 6.7 तीव्रता का भूकंप आया था. चीन के ब्रॉडकास्टर सीसीटीवी ने प्राथमिक भूकंप के बाद 14 झटकों की जानकारी दी है, जिनमें से दो की तीव्रता 5 से ऊपर मापी गई है. भूकंप एक गांव के इलाके में आया है, जहां मुख्य रूप से मुस्लिम तुर्क जातीय ग्रुप के उइगर रहते हैं, जिन्हें राज्य की तरफ से मास डिटेंशन का सामना करना पड़ रहा है.


कहां था भूकंप का सेंटर?


भूकंप का केंद्र उचतुरपन काउंटी था, जहां तापमान गिरकर नकारात्मक 18 डिग्री सेल्सियस (शून्य फ़ारेनहाइट से ठीक नीचे) तक पहुंच गया है, जैसा कि चीन मौसम विज्ञान प्रशासन ने पूर्वानुमान लगाया है. इस हफ्ते, ठंडे तापमान ने उत्तरी और मध्य चीन के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित किया है, जिसकी वजह से अधिकारियों को बर्फीले तूफान की वजह से हाइवे बंद करने पड़े हैं.


कजाकिस्तान में भूकंप


कजाकिस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी में, निवासियों ने ठंड के मौसम के बावजूद अपने घरों को खाली कर दिया और बाहर इकट्ठा हो गए. कुछ लोगों में भूकंप का इतना खौफ हुआ कि वह माइनस 18 डिग्री में शॉर्ट्स पहने ही बाहर आ गए. बताया जा रहा है कि भूकंप आने के 30 मिनट बाद फिर से आफटर शॉक महसूस किए गए. 


भूकंप से कितना हुआ नुकासान?


एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएसजीएस ने हताहतों की संख्या की संभावना का उल्लेख किया है, हालांकि भूकंप से प्रभावित पहाड़ी, ग्रामीण इलाके में तुरंत किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि इस भूकंप की वजह से दर्जनों जान गई हैं. दिसंबर में आए भूंकप में 148 लोगों की जान गई थी.