Jai Ram Ramesh: नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर यानी संसद की नई इमारत का उद्घाटन करेंगे. हालांकि विपक्षी पार्टियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलो हुआ है और कहा है कि प्रधानमंत्री खुद के प्रचार के लिए ऐसा कर रहे हैं. जबकि नई संसद का उद्धाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए. इस बीच कांग्रेस नेता जय राम रमेश ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला है. 


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कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जय राम रमेश ने पीएम मोदी पर हमलावर होते हुए कहा,"कल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रांची में झारखंड हाई कोर्ट परिसर में देश के सबसे बड़े न्यायिक परिसर का उद्घाटन किया. यह एक व्यक्ति का अहंकार और आत्म-प्रचार की ख्वाहिश है, जिसने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को 28 मई को नई दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन करने के संवैधानिक विशेषाधिकार से वंचित कर दिया है." उन्होंने ट्वीट के आखिर में अकबर और अशोक का जिक्र करते हुए लिखा,"अशोक ग्रेट, अकबर ग्रेट, मोदी इनॉग्रेट"


बता दें कि पिछले दिनों लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए दावत दी थी. जैसे ही यह खबर बाहर आई तो विपक्षी पार्टियों ने हमलावर होते पीएम मोदी पर निशाने साधना शुरू कर दिया. इस संबंध 19 विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि वो इस उद्घाटन समारोह का बायकॉट करेंगे. विरोध करने वाली पार्टियों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, द्रमुक, समाजवादी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल और कई अन्य पार्टियों शामिल हैं


19 विपक्षी पार्टियों ने अपने संयुक्त बयान में पीएम मोदी को निरंकुश प्रधानमंत्री कहते हुए कहा कि उनकी लड़ाई सरकार के खिलाफ जारी रहेगी. साथ ही संसद भवन को लेकर कहा कि हमें इस नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता. इसलिए हम संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विरोध करेंगे. उनका कहना है कि राष्ट्रपति को इस उद्घाटन समारोह से अलग करना लोकतंत्र पर सीधी हमला है. 


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