`हलाल मीट` बना कर्नाटक में विवाद का नया मुद्दा, BJP नेता ने छेड़ी बहस
Controversy on Halal Meat: कर्नाटक हिजाब विवाद के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. यहां अब हलाल मीट और झटका मीट पर बहस तेज हो गई है. भाजपा के नेता ने कहा है कि हलाल मीट आर्थिक जिहाद है.
Controversy on Halal Meat: कर्नाटक में एक के बाद एक नए विवाद सामने आ रहे हैं. यहां पहले हिजाब विवाद सुर्खियों में रहा अब 'हलाल गोश्त' का मामला सुर्खियों में हैं.
दरअसल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने ‘हलाल' भोजन को ‘आर्थिक जिहाद' बताया है. कर्नाटक में दक्षिपंथी समूह कुछ दिनों से लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह हलाल गोश्त नहीं इस्तेमाल करें.
कर्नाटक में उगाडी त्यौहार के एक दिन बाद ‘गैर-शाकाहारी' हिंदू भगवान को मांस चढ़ाते हैं और नया साल मनाते हैं. बताया जाता है कि कुछ दक्षिणपंथी लोग इन लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह हलाल मीट न चढ़ाएं.
कर्नाटक में इससे पहले एक और विवाद देखने को मिला था. यहां कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने मांग की थी कि मंदिर के आस पास और हिंदू मेले में कोई भी मुस्लिम दुकान न लगाए.
भाजपा नेता रवि के मुताबिक “हलाल एक आर्थिक जिहाद है. इसका मतलब है कि इसका इस्तेमाल जिहाद की तरह किया जाता है ताकि मुसलमानों को अन्य के साथ व्यापार नहीं करना चाहिए. यह लागू किया गया है. जब वे सोचते हैं कि हलाल मांस का इस्तेमाल होना चाहिए तो इसमें यह कहने में क्या गलत है कि इसका इस्तेमाल नहीं होना चाहिए?”
भाजपा नेता के मुताबिक "अगर मुस्लिम गैर हलाल मांस खाने को तैयार हैं, तो ये लोग (हिंदु) भी हलाल मांस का इस्तेमाल करेंगे."
पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस मामले में टिप्पणी की है. कुमारस्वामी ने कहा, “मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आप इस राज्य को कहां ले जाना चाहते हैं. मैं हिंदू युवकों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि राज्य को दूषित न करें.”
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