इस जुर्म में बराबर के हिस्सेदार हैं हिंदू और मुसलमान; घर छोड़कर फरार हुए काजी और पंडित
Crackdown against child marriages in Assam: पिछले दिनों असम सरकार ने राज्यभर में नाबालिग शादियों के खिलाफ मुहिम चलाने का आदेश दिया था और इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ पोक्सो कानून के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
गुवाहाटी / शरीफ उद्दीन अहमद: असम में बाल विवाह के विरुद्ध छेड़ी गई राज्य स्तरीय मुहिम की शुरुआत के बाद पुलिस ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस के मुताबिक, कार्रवाई के तहत मोरीगांव जिले के मोइराबारी इलाके से गुरुवार की रात दो लोगों को 18 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया है, जबकि छह आरोपियों को मजुली जिले से पकड़ा गया. दूसरी तरफ, धुबरी जिला पुलिस ने बाल विवाह में संलिप्त कम से कम 128 लोगों को हिरासत में लिया है. गुवाहाटी महानगर में भी 53 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें ज्यादातर संख्या उन पतियों की है, जिन्होंने नाबालिगों से शादी की थी. एक दिन की कार्रवाई में 1800 लोगों को हिरासत में लिया गया है. वही, इस तरह की शादी कराने वाले पंडित और काजी इलाके से गायब हो गए हैं. वह ढूंढने से भी नहीं मिल रहे हैं.
गिरफ्तार लोगों में सभी धर्मों के लोग शामिल
खास बात यह है कि इस तरह की शादी को लेकर अक्सर एक आम धारणा होती है कि अल्पसंख्यक समुदाय में नाबालिग लड़कियों की शादी होती है, लेकिन मौजूदा गिरफ्तारियों को देखकर लगता है कि इस गुनाह में सभी धर्मों के लोग बराबर के हिस्सेदार हैं. होजाए जिले में कुल मिलाकर 11 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया जिन्होंने 18 से नीचे शादी की थी गिरफ्तार होने वालों में राजेश राय, दीपू डांस, बिपलब चाहा, सुजान सरकार, सुरेंद्र नाथ, अरशद हुसैन, मणिकांत सिंह, रविदास, रियाजुद्दीन, शुभीलाश और सुजन दास शामिल हैं.
थानों के बाहर मची चीख और पुकार
बाल विवाह के खिलाफ असम में चलाए जा रहे इस राज्य व्यापी मुहिम में तमाम जिले से गिरफ्तारियां की जा रही है. सभी थानों के लॉकअप नाबालिग से विवाह करने वाले पतियों से भर गए हैं. इनमें कई लड़के के माता-पिता यानी लड़की की सास और ससुर भी शामिल हैं. वहीं लोगों को हिरासत में लिए जाने के बाद थानों में महिलाओं की भीड़ लग गई है. महिलाएं अपने पतियों को छुड़ाने के लिए गुहार लगा रही हैं. माजुली में एक पत्नी अपने पति को छोड़ देने के लिए थाने में गुहार लगाती दिखी गई. 7 महीने के गर्भवती इस महिला के पति को पुलिस ने उठा लिया है. महिला कह रही थी कि अगर सजा देना है तो मुझे दो मेरे पति को छोड़ दो.. वहीं, मोरीगांव में थाने के बाहर एक नाबालिग लड़की दीप्ती सरकार अपने पति को छुड़ाने के लिए पुलिस से गुजारिश करती देखी गई.
इलाका छोड़कर फरार हुए पंडित और काजी
इस कार्रवाई के शुरू होने के बाद अभी तक कोई पंडित या काजी गिरफ्तार नहीं हुआ है, जिसने शादी करवाई थी. पुलिस के मुताबिक नए कानून के तहत शादी कराने वाले पंडित, काजी और पुरोहित को भी पकड़ा जाना है, जिसने किसी नाबालिग की शादी कराई होगी. इस फैसले के बाद से हर इलाके में इस तरह का काम कराने वाले काजी और पंडित अपना इलाका छोड़कर फरार हो गए हैं. उनके घर वालों को भी नहीं पता है कि वह आखिर कहां गए हैं. कई मामलों में पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
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