Haridwar News: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा चल रही है. चार धाम में 30 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चार धाम के दर्शन किया हैं. जानकारी के लिए बता दें कि 10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ के दर्शन की है. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि भक्तों को सुरक्षित और सुचारू रूप से दर्शन कराने का प्रयास किया जा रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भक्तों की उमड़ी भीड़
उत्तराखंड पुलिस कर्मी भक्तों के लिए सुचारू दर्शन और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए उपल्बध है. अब तक 30 लाख से अधिक श्रध्दालु चार धाम दर्शन के लिए रवाना हो गए है. गंगोत्री - 5 लाख 35 हजार 3 सौ 27, यमुनोत्री - 4 लाख 65 हजार 295, केदारनाथ -10 लाख 17 हजार 195, बद्रीनाथ 8 लाख 98 हजार 221, हेमकुंड साहिब - 88 हजार 4 सौ 55 श्रध्दालु चार धाम के दर्शन के बाद अपने स्थान पर रावाना हो गए हैं.


हड़ताल पर लगी रोक
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि श्री केदारनाथ में 10 लाख से अधिक श्रध्दालु दर्शन कर चुके है. इसी बीच एहतियाती तौर पर आने वाले मानसून के मौसम से पहले और चल रही चार धाम यात्रा के बीच उत्तराखंड सरकार ने शुक्रवार 17 जून को एक नोटिस जारी किया है. जिसमें  सभी राज्य सेवाओं के कर्मचारीयों को अगले छह महीने के लिए हड़ताल पर जाने से रोक दिया गया है. 


इस कानून के तहत हड़ताल पर रोक लगती है.
एक अधिकारिक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश आवश्यकता सेवा अनुरक्षण एक्ट 1996 के अनुच्छेद 3 के उप-अनुच्छेद 1 के तहत उपराज्यपाल के नोटिस जारी होने के तारीख से छह महीने तक राज्य सेवाओं के तहत हड़ताल करना मना हैं. 


मुख्यमंत्री धामी ने चार धाम का किया उद्घाटन
17 मई को सीएम धामी ने करीब 22.25 करोड़ रूपये की लागत से ऋषिकेश में चार धाम यात्रियों के लिए पंजीकरण कैंप का उद्घाटन किया था. गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ चार धाम यात्रा में चार पवित्र मंदिर शामिल है. गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर खोला गया. केदारनाथ धाम के कपाट को 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुला.


Zee Salaam