देहरादूनः अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita murder case) मामले में एक तरफ जहां पूरे प्रदेश की जनता गुस्से में हैं, वहीं विपक्ष भी अब इस मामले को लेकर सरकार को घेरने में अपनी कमर कस चुका है. विपक्ष ने इस हत्याकांड के विरोध में शनिवार को सरकार का पुतला फूंका और अंकिता के हत्यारों को सख्त सजा की मांग की. वहीं, दूसरी जानिब शुक्रवार को जहां उग्र भीड़ ने मुल्जिम पुलकित आर्य के रिसोर्ट में तोड़फोड़ की थी तो वहीं शनिवार को गुस्साई भीड़ ने आरोपी की फैक्ट्री को आग के हवाले कर दिया. 
इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देर रात जहां आरोपी पुलकित आर्य के वन्तरा रिसोर्ट पर बुलडोजर चलवा दिया, वहीं पुलकित के पिता विनोद आर्य और छोटे भाई अंकित आर्य को भारतीय जनता पार्टी से बाहर कर दिया गया है. अंकित आर्य को पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है. 



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फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होगी
उधर, अंकिता भंडारी मामले पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना काफी हृदय विदारक है. उन्होंने सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इस घटना में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होगी. 



भीड़ ने स्थानीय विधायक की गाड़ी पर किया हमला 
अंकिता भंडारी मर्डर मामले में हत्यारों पुलकित आर्य और उसके 2 साथियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. वहीं नहर से अंकिता की लाश मिलने के बाद लोग आरोपियों को फांसी की मांग कर रहे हैं. आरोपियों को फांसी की मांग कर रहे लोग एम्स पहुंचे थे, जहां पर भीड़ ने स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट की गाड़ी में तोड़फोड़ की. माहौल खराब होता देख विधायक वहां से जान बचाकर भाग गए.  


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