Delhi Pollution: मंगलवार को दिल्ली में एयर पॉल्यूशन का स्तर ज्यादा देखने को मिला. देश की राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 310 को पार कर गया है. जिससे इसे 'बहुत खराब' कैटेगरी में रखा गया और जीआरएपी चरण II को लागू करने की नौबत आ गई. मंगलवार सुबह दिल्ली और नोएडा सहित आसपास के इलाकों में धुंध की एक परत दिखाई दी.


दिल्ली में ज़हरीली होती हवा


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दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का दूसरा फेज लागू कर दिया गया है, जिसके तहत कोयले और जलाऊ लकड़ी के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही होटलों, रेस्तरां और खुले भोजनालयों में तंदूरों पर भी रोक रहेगी. इसके साथ ही साथ ही डीजल जनरेटर सेटों के इस्तमाल पर भी रोक रहेगी. केवल इमरजेंसी कंडीशन को छोड़कर.


एयर क्वालिटी इंडेक्स को चार भागों में बांटा हुआ है.  चरण I - 'खराब' (AQI 201-300); चरण II - 'बहुत खराब' (AQI 301-400); चरण III - 'गंभीर' (AQI 401-450); और चरण IV - 'गंभीर प्लस' (AQI > 450). इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, शहर के 36 निगरानी स्टेशनों में से 26 रेड जोन में हैं, जहां एक्यूआई "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज किया गया है.


किन वजह से होता है दिल्ली में प्रदूषण


एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए केंद्र की निर्णय सहायता प्रणाली के मुताबिक, प्रदूषण में महत्वपूर्ण योगदान देने वजहों में परिवहन, पराली जलाना और धूल प्रदूषण शामिल हैं. इसके साथ ही  परिवहन से होने वाला उत्सर्जन दिल्ली के वायु प्रदूषण का लगभग 10.9 प्रतिशत है. गर्मियों के मौसम में दिल्ली में हालात सामन्य रहते हैं, लेकिन जैसे जैसे सर्दियां आने लगती हैं यहां का प्रदूषण स्तर भी बढ़ने लगता है.