Waqf Act: वक्फ एक्ट को संसद में खत्म करने की मांग, जानें सीनियर वकील शाहिद अली ने इस पर क्या कहा
Waqf Act: वक्फ एक्ट 1995 को खत्म करने के लिए भाजपा के राज्यसभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव की तरफ से पेश किए गए एक निजी विधेयक ( Private Bill ) पर अपोजिशन मेंबरों ने सदन में काफी शोरशराबा किया
Delhi News: राज्यसभा में भाजपा के सांसद हरनाथ सिंह यादव के जरिए वक्फ को खत्म करने के मुतालिक पेश किए गए बिल पर सीनियर एडवोकेट शाहिद अली ने कहा कि इस एक्ट को कोई खत्म नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि सरकार हो या कोर्ट कोई भी इस एक्ट को नहीं खत्म कर सकता यह जमीन हमारे बड़ों की हमारे पुरखों की है, जो क़ौम की खिदमत के लिए वक़्फ़ की गई थी.
उन्होंने आगे कहा कि दूसरी तरफ मैं यह भी कहना चाहूंगा कि आज की तारीख में वक़्फ़ बोर्ड का जो हालात है वह खुद मुसलमान की देन है. साथ ही कांग्रेस पार्टी ने इस एक्ट में सिर्फ मुसलमान को गुलाम बनाने की ही कवायद की थी.
वक्फ एक्ट 1995 को खत्म करने के लिए भाजपा के राज्यसभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव की तरफ से पेश किए गए. इस निजी विधेयक ( Private Bill ) पर अपोजिशन मेंबरों ने सदन में काफी शोरशराबा किया. वहीं, इस बिल को पेश करते हुए हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि वक्फ एक्ट 1995 लोकतंत्र के प्रतिकूल है और यह देश की तमाम विधि व्यवस्थाओं के अनुरूप नहीं है, इसलिए देश हित में इसे खत्म किया जाना चाहिए.
बिल को किया स्वीकार
वक्फ एक्ट 1995 को खत्म करने के लिए भाजपा के राज्यसभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव की तरफ से बिल को पेश की गई. हालांकि, काफी शोरशराबे के बीच आखिरकार वोटिंग के बाद इसे चर्चा के लिए स्वीकार कर लिया गया. इस पर अब आगे चर्चा होगी.
अपोजिशन पार्टियों ने किया विरोध
शुक्रवार 9 दिसंबर को हरनाथ सिंह यादव ने इस बिल को पेश इस दौरान कांग्रेस समेत तमाम अपोजिशन पार्टियों - माकपा, भाकपा, एनसीपी, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और राजद के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए भाजपा पर ध्रुवीकरण तथा सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने का इल्जाम लगाया.