Noida News: प्रवर्तन निदेशालय ने ऐलान किया है कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत एक एम्यूजमेंट कंपनी की 290 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है. इसमें नोएडा के लोकप्रिय जीआईपी मॉल की संपत्ति भी शामिल है. ईडी के बयान के मुताबिक, गुरुग्राम में इसने इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड (आईआरएएल) की होल्डिंग कंपनी इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड की लगभग 291.18 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है.


कौन-कौनसी प्रापर्टीज जब्त


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कुर्क की गई संपत्तियों में नोएडा के ग्रेट इंडिया प्लेस मॉल में 3,93,737.28 वर्ग फीट की बिना बिकी व्यावसायिक जगह, रोहिणी में एडवेंचर आइलैंड लिमिटेड के नाम पर 45,966 वर्ग फीट की व्यावसायिक जगह और जयपुर के आमेर के दौलतपुर गांव में 218 एकड़ जमीन पर लीजहोल्ड शामिल हैं. ईडी ने बताया कि ये कार्रवाई मंगलवार को पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत की गई है.


क्या है मामला?


प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, आईआरएएल की होल्डिंग कंपनी इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड पर गुरुग्राम के सेक्टर 29 और 52-ए में दुकानें और अन्य स्थान आवंटित करने का वादा करके लगभग 1,500 निवेशकों से 400 करोड़ रुपये से ज्यादा इकट्ठा करने का आरोप है. हालांकि, कंपनी कथित तौर पर परियोजनाओं को पूरा करने में विफल रही और समयसीमा से चूक गई. इसने निवेशकों को मासिक रिटर्न का भुगतान करना भी बंद कर दिया.


ईडी ने दावा किया कि कंपनी ने निवेशकों का पैसा हड़प लिया और निजी लाभ के लिए उस धन को संबद्ध व्यक्तियों और संस्थाओं को दे दिया. इसके साथ ही, ईडी ने आरोप लगाया कि प्रमोटर डायरेक्टर्स ने आईआरएल की बैलेंस शीट से बिजनेस एडवांस को हटाने के लिए खरीदार यूनिट के साथ पिछली तारीख के समझौते किए, जिससे निदेशकों को आईआरएल के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से बचने का मौका मिल गया.