फारूक वानी श्रीनगर: श्रीनगर में इंजीनियर तारिक पिछले कई वर्षों से भारी तादाद में पढ़े-लिखे नौजवानों को रोज़गार दे रहे है. अपना छोटा से एक रेस्टोरेंट्स खोलकर वह पूरे कश्मीर घाटी में मशहूर हुए और आज सैकड़ों की तादाद में पढ़े-लिखे बेरोज़गार नौजवानों को रोजगार दे रहे हैं. एक छोटे से बिजनेस से शुरुआत करके उन्होंने बड़े स्तर तक अपने कारोबार को बढ़ाने में कामयाबी हासिल की. आज उनके यहां कई नौजवान महिलाएं उनके साथ जुड़ी हुई हैं और अपना परिवार चला रही है. सरकार ने भी तारिक के इस कदम की तारीफ की है. 


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पूरा घाटी में फैलाना चाहते हैं काम
तारिक सरकारी नौकरी की तरफ नहीं भागे, वह अपने आप पर ही निर्भर रहे और आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ उन्होंने दूसरों को भी इसकी तरफ आने के लिए कहा. उन्होंने शुरुआत में एक छोटा सा रेस्टोरेंट खोलकर बिजनेस की शुरुआत की. आज उनके पास करीम नाम से कई रेस्टोरेंट घाटी में चल रहे हैं. जिनमें अनंतनाग, श्रीनगर व दूसरे जिलें भी शामिल हैं. इन जगहों पर उनका कारोबार फल-फूल रहा है और इसके साथ वह दूसरे बेरोजगार नौजवानों को भी रोज़गार दे रहे हैं. वादी में कई महिलाएं भी उनके रेस्टोरेंट्स में काम कर रहे हैं और अपना परिवार चला रही है. 



क्या कहते हैं इंजीनियर तारिक
तारिक का कहना है कि वह चाहते हैं घाटी में अपने कारोबार को और बेहतर करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा बेरोजगार नौजवान और महिलाएं उनके साथ जुड़े, अपने पैरों पर खड़े हो जाएं. उन्होंने श्रीनगर के Gugjibagh इलाके में एक और रेस्टोरेंट करीम के नाम से खोला और दिल्ली जैसे लोकप्रिय करीम रेस्टोरेंट की फ्रेंचाइजी भी ली. 


डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने की तारीफ
सरकार ने भी तारिक के इस कदम की जमकर तारीफ की है. भाजपा की दिग्गज नेता और वक्फ बोर्ड की चेयर पर्सन डॉ. दरख्शां अंद्राबी कहती हैं कि घाटी कि इस तरह के नौजवानों की तरफ से जो कोशिशें की जा रही हैं, उनसे दूसरे नौजवानों को भी फायदा मिल रहा है. उन्होंने तारिक इंजीनियर की तारीफ के बाद कहा कि उन्हें उम्मीद है तारिक की इस पहल से और भी पढ़े लिखे नौजवानों के लिए रोजगार के साधन पैदा होंगे.