कैंसर से बचना है, तो इन 15 चीजों को बना लें अपना आहार और इनसे हमेशा के लिए बना लें दूरी
कैंसर को अब जीवनशैली से जुड़ी बीमारी माना जाता है. यह शराब पीने, धूम्रपान आदि सहित कई अलग जीवनशैली कारकों के कारण होता है. हमारे खान-पान का भी कैंसर के विकास पर अहम प्रभाव पड़ता है. तो कैंसर से बचने के लिए क्या खाएं,
जब भी कोई व्यक्ति कार्सिनोजेन्स के संपर्क में आता है, तो कैंसर होता है. लेकिन जब कार्सिनोजेन्स हमारे भोजन में मौजूद पौष्टिक तत्वों के संपर्क में आता है, तो कैंसर कोशिकाओं के विकास में बाधा पहुंचती है. एक्शन कैंसर हॉस्पिटल, नई दिल्ली के सीनियर मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और फ़रीदाबाद में कैंसर केयर क्लिनिक के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. मनीष शर्मा ने का कैंसर और खान-पान को लेकर कहना है कि "हालांकि ऐसा कोई आहार नहीं है जो कैंसर को पूरी तरह से रोक सके, लेकिन अच्छा, संतुलित आहार खाने से सामान्य स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है. संभवतः कुछ कैंसर विकसित होने का जोखिम कम हो जाता है." ऐसे ही कुछ आहार ऐसे भी होते हैं जो कैंसर को बढ़ावा देते हैं, इसलिए ऐसे में जरूरी है कि हम एक ऐसी जीवनशैली अपनाए जो कैंसर निवारक हो.
कैंसर से बचाव के लिए कैसा आहार लें
डॉ. मनीष शर्मा कैंसर निवारक आहार के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि ओमेगा-3 फैटी एसिड या सप्लीमेंट्स से भरपूर भोजन का सेवन बहुत जरुरी होता है. सैल्मन और सार्डिन जैसी ठंडे पानी की मछलियाँ, साथ ही अखरोट और सन बीज, ओमेगा -3 फैटी एसिड के अच्छे सोर्स माने जाते हैं. दरअसल ओमेगा-3 फैटी एसिड अपने कैंसर-विरोधी गुणों के कारण कैंसर से प्रभावी ढंग से लड़ सकते हैं. मनीष शर्मा के अनुसार जितना हो सके पौधे-आधारित भोजन का इस्तेमाल करना चाहिए. ये सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे खाने में भरपूर मात्रा में पत्तेदार हरी सब्जियां हों. ज्यादातर लोग इस बात से अब भी अंजान हैं कि हरे रंग वाले फलों और सब्जियों में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट का भरपूर मात्रा होती है जो कैंसर से लड़ने में कारगर हैं. इसलिए हमें अपने खाने में अलग अलग तरह के फलों और सब्जियों को शामिल करना चाहिए. अंगूर, आम, तरबूज़, संतरा, पपीता, पालक, शतावरी, ब्रोकोली, पत्तागोभी, पुदीना और धनिया ये कुछ ऐसे फल और सब्जियां हैं जो कैंसर से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करते हैं क्योंकि ये खाद्य पदार्थ विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरपूर होते हैं. कुछ लोग इनका सेवन सूप या जूस के रूप में करते हैं, लेकिन जूस बनाने की बजाय इन्हें कच्चा खाना बेहतर होता है. फलों के अलावा दही भी कैंसर जैसी बिमारियों के कारक से लड़ने में मदद करती हैं. दही में लाभकारी बैक्टीरिया होते हैं जो मेटाबोलाइट्स उत्पन्न करते हैं, जो आंत में कैंसर को रोकने के लिए जाने जाते हैं. इसके साथ ही दही लिपिड को बेहतर ढंग से मेटाबोलाइज़ करने में सक्षम होती हैं. अदरक, लहसुन, प्याज, हल्दी, धनिया जैसे कैंसर से लड़ने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें, इन सभी में कैंसर से लड़ने के गुण होते हैं. इसके अलावा फोलिक एसिड स्तन कैंसर के खतरे को कम करता है. विटामिन बी12 के साथ मिलकर फोलिक एसिड कोलन कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है. विटामिन डी प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल और अन्य कैंसर के खतरे को कम करता है.
खुद को रखें हाइड्रेट
एक अच्छी लाइफस्टाइल का सबसे जरूरी हिस्सा होता है पानी. कैंसर से लड़ने में पानी का भी एक अहम योगदान होता है. इसलिए जरूरी है कि आप खुद को पूरे दिन हाइड्रेटेड रखें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीना थकान को भी कम करता है और शारीरिक कार्यप्रणाली में सुधार को बढ़ावा देता है. जब शरीर ठीक से हाइड्रेटेड होता है, तो ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है. इसके अलावा,आप खीरे या तरबूज जैसे पानी का सेवन कर सकते हैं.
किन चीजों के सेवन से बचे
मांस का सेवन कम करें क्योंकि मांस में फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की कमी होती है और इसमें कैंसर विरोधी प्रभाव भी कम होते हैं. दरअसल मांस में बहुत अधिक फैट होता है, और उस फैट का ज्यादातर हिस्सा सैच्युरेटेड फैट होता है. सैच्युरेटेड फैट कैंसर के खतरों को बढ़ाता है. मांस को पकाए जाने पर इसका हाई फैट और प्रोटीन स्ट्र्क्चर कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों के विकास पर प्रभाव डाल सकता है. शराब का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए. बहुत अधिक शराब पीने से शरीर डिहाइड्रेटेड हो जाता है, जिससे कोशिकाओं के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है. आप एक बार में जितनी अधिक शराब का सेवन करेंगे, ऐसा होने की संभावना उतनी ही अधिक होगा. धूम्रपान का सीधा नाता कैंसर से है इसलिए कैंसर के खतरे को कम करने का सबसे अच्छा तरीका धूम्रपान बंद करना है.