Farooq Abdullah: दिग्गज नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष पद से हटने की ऐलान कर दिया है. शुक्रवार को अब्दुल्ला ने कहा कि अब नयी नस्ल को ये जिम्मेदारी सौंपने का वक्त आ गया है. पद छोड़ने के पीछे उन्होंने अपनी खराब सेहत का हवाला दिया है. उन्होंने कहा कि अब उनकी सेहत यह जिम्मेदारी आगे निभाने की इजाज़त नहीं देती है. 


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पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा, "मैं अब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ूंगा. पद के लिए चुनाव पांच दिसंबर को होगा. अब समय आ गया है कि नई नस्ल इस जिम्मेदारी को संभाले." लोकसभा के सदस्य अब्दुल्ला ने कहा, "पार्टी का कोई भी मेंबर इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है. यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है." बड़े स्तर अटकलें लगाई जा रही हैं कि 85 वर्षीय अब्दुल्ला पार्टी मेंटोर के किरदार में नज़र आएंगे. और उनके बेटे व नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला अब इसके नए प्रमुख बन सकते हैं.


1981 में बने थे पहली बार अध्यक्ष
बता दें कि फारूक अब्दुल्लाह 1981 में पहली बार पार्टी के अध्यक्ष बने थे. इसके बाद से 2002 से 2009 को छोड़ कर वही अध्यक्ष रहे हैं. इस दौरान उमर पार्टी अध्यक्ष थे. हालांकि साल 2017 में उन्होंने इस पद को छोड़ने का फैसला किया लेकिन उमर अब्दुल्ला के इनकार के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी अपने पास ही रखनी पड़ी. 


2017 में भी छोड़नी चाही कुर्सी
अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी प्रतिनिधियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि उम्र और सेहत को देखते हुए वो अध्यक्ष बनना नहीं चाहते थे. उन्होंने कहा कि वो चाहते थे कि उमर अब्दुल्लाह पार्टी की बागडोर संभाल लें, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हालांकि मैं खुद डॉक्टर हूं लेकिन कोई ऐसा इंजेक्शन नहीं बना जिससे उम्र को पीछे ले जाया जा सके.


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