लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आई.पी. सिंह (IP Singh) पर कथित तौर पर अपहरण, पिटाई और शहर के एक कारोबारी को जान से मारने की धमकी का इल्जाम लगाया है. इसकी जानकारी एक पुलिस अफसर ने दी है. गोल्फ सिटी निवासी शिकायतकर्ता अवधेश सिंह ने अपनी FIR में दावा किया है कि उसने आरोपी आई.पी. सिंह से 34 लाख रुपये लिए थे, जिसके लिए वह कभी-कभी वापस आता था और मासिक लाभ लेता था.


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उन्होंने FIR में कहा "हालांकि, कोरोना वायरस के चलते मेरा कारोबार नाकाम हो गया और कुछ पर्सनल वजहों के चलते उसे फायदा वापस नहीं दे सका."


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"मैंने उनसे अक्टूबर के बाद पैसे वापस देने की गुज़ारिश की. पिछले हफ्ते, आईपी सिंह ने मुझे फोन किया, लेकिन मैं फोन नहीं उठा सका और बाद में उन्हें यह कहते हुए वापस बुलाया कि मैं अगले हफ्ते उनकी रिहाइश पर आऊंगा. हालांकि, मेरे लखनऊ लौटने की जानकारी आरोपियों को देने में एक दिन की देरी हो गई."


उन्होंने आरोप लगाया, "इसके बाद रविवार सुबह करीब 10 बजे आईपी सिंह अपने भाई मनोज सिंह और अन्य साथियों के साथ मेरे घर में घुसे, मेरा अपहरण किया और विभूति खंड स्थित अपने घर के एक कमरे में मुझे फेंक दिया."


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एडीशनल पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी), पूर्व, कासिम आबिदी ने कहा कि कत्ल की कोशिश, गलत तरीके से बंधक बनाने, आपराधिक धमकी देने, दंगा करने के लिए आई.पी. सिंह, उनके भाई मनोज सिंह, एक सहयोगी उदय यादव और अन्य पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, "एक टीम को मामला सौंपा गया है और मामले की जांच की जा रही है." इस बीच, सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं और उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए आरोप लगाया गया है.


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