G20 Summit Agenda: G20 समिट का आज से आगाज हो गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भारत पहुंच रहे हैं. इस सब के बीच लोगों के मन में सवाल है कि आखिर जी20 समिट का एजेंडी क्या होने वाला है. कई जानकारों का मानना है कि रूस और यूक्रेन मामले पर भी समिट के दौरान चर्चा हो सकती है.


क्या रहेगा जी20 समिट का एजेंडा?


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भारत में होने वाली जी20 समिट का फोकस विकासशील और गरीब देशों पर होगा. इसके साथ खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा की कीमतों में बढ़ोतरी और दुनिया के देशों में ऋण की समस्या है, जलवायु परिवर्तन और विश्व बैंक/आइएमएफ में सुधार पर भी फोकस हो सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की अध्यक्षता में G20 का फोकस अफ्रीकन यूनियन को G20 का सदस्य बनवाना है, ताकि गरीब और विकासशील देशों को एक मजबूत आवाज और मंच मिल सके. 


रूस और यूक्रेन के बीच कई महीनों से युद्ध छिड़ा हुआ है. जी20 देश भी यूक्रेन के मसले पर बटे हुए हैं, ऐसे में भारत की कोशिश रहेगी कि वह दोनों पक्षों के बीच एक सहमति बना सके. हालांकि इसके लिए चीन और रूस का राजी होना काफी मुश्किल है. ऐसा देखा गया है कि भारत रूस के खिलाफ कुछ भी बोलने से बचता आया है. 


पीएम मोदी की तीन दिनों में 15 द्विपक्षीय मुलाकात


सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएम मोदी 8 से 10 दिसंबर के बीच 15 द्विपक्षीय मुलाक़ात करेंगे, जिसमें अलग-अलग मुद्दों को लेकर चर्चा हो सकती है.


8 सितंबर- मॉरीशस, बांग्लादेश और अमेरिका 
9 सितंबर- यूके, जापान, जर्मनी और इटली
10 सितंबर- फ्रांस, कोमोरोस, तुर्किए, UAE, दक्षिण कोरिया, ब्राज़ील और नाइजीरिया 
10 सितंबर को साइडलाइन में कनाडा के साथ भी बातचीत होगी