Garlic Price Hike: यूपी में लहसुन के दाम अवाम की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में लहसुन की कीमत बढ़ गई है और यह 500-550 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बिक रहा है. व्यापारियों को भरोसा है कि नई फसल आने पर दो सप्ताह बाद कीमतों में कमी आ सकती है. व्यापारियों ने कीमतों में बढ़ोतरी के लिए पिछले साल मानसून में देरी को जिम्मेदार ठहराया, जिससे लहसुन की बुआई अगस्त तक चली गई, जिससे जनवरी में फसल देर से हुई और बाद में आपूर्ति में कमी आई.साथ ही नूडल्स और मोमोज बेचने वाले स्ट्रीट वेंडरों पर भी सीधा असर पड़ा है. उनका कहना है कि, लहसुन के बिना मोमोज़ बनाने के बारे में सोच भी नहीं जा सकता है. हमें कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर  हो गए है.


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बिहार के बेतिया से बड़ी खबर सामने आ रही है, यहां इंडो-नेपाल बार्डर पर सशस्त्र सीमा बल (SSP) ने बड़ी कार्रवाई की हैं. SSP ने  लहसुन से लदे 8 ट्रैक्टर जब्त किये हैं. इसके अलावा पचास लाख की कॉस्मेटिक सामग्री भी बरामद की हैं. एसएसबी की इस कार्रवाई से इंडो-नेपाल बार्डर की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं. तमाम कोशिशों के बावजूद बार्डर पर तस्करी धड़ल्ले से जारी है. एक साथ इतनी बड़ी तादाद में लहसुन के ट्रैक्टर नेपाल से भारत में कैसे आये. बार्डर पर तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है. आखिर किसकी शह पर इतने बड़े पैमाने पर यह तस्करी का खेल खेला जा रहा हैं. 


जानकारी के मुताबिक, कल देर शाम एसएसबी और कस्टम विभाग ने सिकटा के पुरैनिया गांव में छापेमारी की. जहां 8 ट्रैक्टर पर 64 टन चायनीज लहसुन बरामद किया और एक ट्रैक्टर पर पचास लाख की कॉस्मेटिक सामग्री बरामद की गई है. साथ ही दो तस्करो को भी गिरफ्तार किया गया है. मामले की जानकरी 47 वीं बटालियन के इंस्पेक्टर संजय कुमार शाह ने दी. उन्होंने बताया की गुप्त सुचना पर एसएसबी और कस्टम विभाग के अधिकारीयों ने सिकटा गांव के पुरैनिया गाँव में छापेमारी की, जहां बड़ी मात्रा में लहसुन बरामद किया गया. जब्त किए गए सामान को मोतिहारी कस्टम विभाग को सौंप दिया गया हैं और मामला दर्ज करके तफ्तीश की जा रही है.