`सिर तन से जुदा` का नारा लगाने के मुल्जिम गौहर चिश्ती जेल से रिहा; बाहर आते ही बांटा ज्ञान!
Gauhar Chishti released: अजमेर में मौजूद ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर `सिर तन से जुदा` का भड़काऊ नारा लगा था, जिसमें मजार के खादिम गौहर चिश्ती समेत 6 लोगों को आरोपी बनाया गया था.
Gauhar Chishti released: राजस्थान के अजमेर से बड़ी खबर सामने आई है. जहां ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर 'सिर तन से जुदा' का भड़काऊ नारा लगाने वाला गौहर चिश्ती जेल से रिहा कर दिया गया हैं. चिश्ती के साथ 6 दूसरे को भी कोर्ट ने बरी कर दिया था.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, अजमेर में मौजूद ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर 'सिर तन से जुदा' का भड़काऊ नारा लगा था, जिसमें मजार के खादिम गौहर चिश्ती समेत 6 लोगों को आरोपी बनाया गया था. इस मामले की सुनावाई कोर्ट में चल रही थी. इस बीच 16 जुलाई को कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सभी आरोपियों को बाइज्जत बरी कर दिया. कोर्ट के आदेश के बाद आज यानी 18 जुलाई को गौहर चिश्ती समेत 6 लोगों को जेल से रिहा किया गया है.
रिहाई के बाद चिश्ती ने क्या कहा?
गौहर चिश्ती ने अपनी रिहाई को न्याय की जीत बताया है. कोर्ट का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, "मुझे कोर्ट से उम्मीद थी न्याय की, वो न्याय मुझे मिला और इस तरीके के फैसले अगर होते रहे तो तमाम नागरिकों का न्यायपालिका का भरोसा कायम रहेगा. इसके साथ ही गौहर ने खुद को झूठे तरीके से गिरफ्तार किए जाने का भी इल्जाम लगया है.
प्रशासन पर लगाए गंभीर इल्जाम
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरीके से मुझ पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया था और कोर्ट ने मुझे बरी किया, इसके लिए मैं कोर्ट का शुक्रिया अदा करता हूं और सद्भावना का पैगाम देते हुए कहना चाहूंगा कि हिंदुस्तान के सभी लोग मिलजुल कर रहें, जो पैगाम गरीब नवाज की बारगाह से जाता है वह पैगाम आगे भी जाता रहे.
अमन का दिया पैगान
चिश्ती ने अमन का संदेश दिया. उन्होंने कहा, "सभी लोग मिलजुल कर रहें. कुछ जो नापाक ताकतें हिंदुस्तान की एकता और अखंडता को तोड़ना चाहती है उनसे बचकर रहें. वह हर धर्म और वर्ग में मिलेंगे कोई भी बात को मिर्च मसाला लगाकर न कहे जो सत्य है वही कहें. सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता और आज जो न्याय की जीत हुई है, सत्य की जीत हुई है, इसका मैं दिल से शुक्र गुजार हूं.