Goldi Brar Death: क्या सही में मारा गया गोल्डी बराड़? अमेरिकी पुलिस ने जारी किया बयान
Goldi Brar Death: ऐसा दावा किया जा रहा है सिद्धू मूसेवाला मर्डर का आरोपी गोल्डी बराड़ मारा गया है. अब इस मामले में अमेरिकी पुलिस का बयान आया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
Goldi Brar Death: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में मुख्य संदिग्ध सतविंदर सिंह उर्फ सतिंदरजीत सिंह या गोल्डी बराड़ की मौत की खबरें सामने आ रही थीं. अब इस मामले में अमेरिकी पुलिस अधिकारियों का बयान सामने आया है. भारत के जरिए नामित आतंकवादि गोल्डी बराड़ को लेकर चल रही अफवाहों को पुलिस ने खारिज कर दिया है. बुधवार को वायरल हुई सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया था कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सहयोगी गोल्डी बरार को अमेरिका में गोली मार दी गई है. हालांकि, यह खबर झूठी साबित हुई है.
पुलिस ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा था कि कैलिफोर्निया के फ्रेस्नो में फेयरमोंट और होल्ट एवेन्यू में लड़ाई के बाद दो लोगों को गोली मार दी गई. उनमें से एक जिसने अस्पताल में दम तोड़ दिया, अनुमान लगाया गया कि वह गोल्डी बरार था. हालांकि पुलिस ने इन रिपोर्ट्स के निराधार बताया है.
आईएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक,"समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, सार्वजनिक सूचना अधिकारी लेफ्टिनेंट विलियम डूले ने कहा, "यदि आप ऑनलाइन पोस्ट की वजह से दावा कर रहे हैं कि गोलीबारी का शिकार 'गोल्डी बरार' है, तो हम पुष्टि कर सकते हैं कि यह बिल्कुल सच नहीं है."
कौन है गोल्डी बरार?
- गोल्डी बरार को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी माना जाता है. उसने 2022 में पंजाब में एक छात्र नेता की हत्या का बदला लेने का हवाला देते हुए मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा जाने के बाद, उसने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए ऑपरेशन संभाला. वह कथित तौर पर हिट और जबरन वसूली का आदेश देने सहित आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है. वह पिछले साल मई में कनाडा की मोस्ट वांटेड लिस्ट में आया था.
50 से ज्यादा मामले
बराड़ भारत में हत्या, हत्या की कोशिश और जबरन वसूली के 50 से ज्यादा मामलों में वांछित है. जनवरी 2024 में गृह मंत्रालय ने उसे आतंकवादी ग्रुप बब्बर खालसा के साथ जुड़ाव के लिए एक नामित आतंकवादी घोषित किया था और उस पर कई हत्याओं, हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी और कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने में शामिल होने का आरोप लगाया गया है.