Gujarat Flood News: गुजरात में लगातार भारी बारिश के बीच बाढ़ के हालात बने हुए हैं, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार, 29 अगस्त को राज्य के कई हिस्सों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, सौराष्ट्र और कच्छ पर बना गहरा दबाव उत्तर-पूर्वी अरब सागर की ओर बढ़ने के साथ और भी गहरा होने की उम्मीद है, जिससे पूरे इलाके में भारी बारिश होने की संभावना है. बचाव अभियान और निकासी अभियान जारी है, लेकिन पिछले तीन दिनों में बारिश से जुड़ी दुर्घटनाओं में मरने वालों की तादाद बढ़कर 28 हो गई है.


किन इलाकों में होने वाली है भारी बारिश


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आईएमडी के मुताबिक, 12 जिलों - कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर, राजकोट, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर और बोटाद में भारी बारिश होने की उम्मीद है. बुधवार को सौराष्ट्र इलाके के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटे के पीरियड में 50 मिमी से 200 मिमी के बीच बारिश हुई.


एसडीआरएफ की टुकड़ियां तैनात


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, देवभूमि द्वारका जिले के भनवद तालुका में इस अवधि के दौरान 185 मिमी बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है. राज्य में बचाव एवं राहत कार्य के लिए 14 राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और 22 राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) टीमों की सहायता के लिए सेना की छह टुकड़ियां तैनात की गई हैं. राज्य राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 40,000 लोगों को निकाला गया है.


बारिश की वजह से हुए हादसों में मरने वालों का आंकड़ा 28 पहुंच गया है. अगर हालात यही बने रहे तो मौत का आंकडा बढ़ भी सकता है. गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल के अनुसार, अब तक 5,000 से अधिक लोगों का पुनर्वास किया जा चुका है.


पीएम मोदी से सीएम भूपेंद्र पटेल की क्या बात हुई?


इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री ने नागरिकों के जीवन और पशुधन की सुरक्षा पर मार्गदर्शन प्रदान किया. साथ ही, गुजरात को केंद्र सरकार की ओर से सभी आवश्यक सहायता और सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया."