Gurugram News: गुरुग्राम हिंसा के बाद अब पलायन का दौर शुरू हो गया है. अलग-अलग जगहों पर काम करने वाले मुसलमान अब गुरुग्राम छोड़ने पर मजबूर है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन लोगों को स्थानीय लोगों के जरिए धमकियां मिल रही हैं. हाल ही में नूंह में हुई हिंसाा और फिर गुरुग्राम में अंजुमन मस्जिद जला देने के बाद लोगों को पलायन करना पड़ रहा है. अधिकारियों को कहना है कि नूंह और गुरुग्राम में सामान्य हालात कायम हो गए हैं.


मुस्लिम कर्मचारी नहीं आ रहे हैं काम करने


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एचटी की एक रिपोर्ट के अनुसार गुरुग्राम के स्थानीय लोगों और दफ्तरों ने इस बात को कहा है कि मुस्लिम कर्मचारी काम करने नहीं आ रहे हैं. जिनमें से कई घरेलू मदद करते थे, कुछ कार की सफाई, कोई खाना बनाता था, कोई सिक्योरिटी गार्ड था तो वहीं कोई ड्राइवर था. कहा जा रहा है कि कुछ स्थानीय लोगों के डराने धमकाने के बाद उन्होंने गुरुग्राम छोड़ दिया है. 


जब्बार अली जो सेक्टर 70 में रहते हैं, उनका कहना है कि पांदला गांव के 20 लोगों ने उन्हें धमकी दी है कि अगर वह शुक्रवार तक घर नहीं छोड़ते हैं तो वह उनकी झोपड़ी में आग लगा देंगे. जब्बार अपना बैग पैक करते भारी गले के साथ कहते हैं- “उस शहर में हमारी सुरक्षा के बारे में क्या जहां हमने इतने सालों तक काम किया है? प्रशासन या पुलिस की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है. लोग हमारे साथ लोग दुर्व्यवहार कर रहे हैं; दुकानदारों ने हमें राशन देना बंद कर दिया है और रात में कुछ लोग हमारे पास आ रहे हैं और हमारे साथ मारपीट कर रहे हैं. इस तरह के अपमान से बचना मुश्किल है,''


रिपोर्ट्स की मानें तो कुछ दिन पहले ही भीड़ ने कुछ मुस्लिम दुकानदारों, सब्जीवालों के साथ बदसलूकी की थी और उन्हें इलाका छोड़ने की धमकी दी थी. जिसके लाचार लोगों ने अपने खुदकी और अपनी हिफाजत के लिए वह जगह छोड़नी बेहतर समझी. कोई अपने घर चला गया तो कोई अपने रिश्तेदारों के घरों में रहने पर मजबूर है.


एसआईटी टीम का गठन


गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को एसआईटी टीम का गठन किया है. ताकि मस्जिद जलाने और इमाम की हत्या के मामले में जांच हो सके. इस एसआईटी की टीम में सात अफसरों को रखा गया है. जिसे डीसीपी लीड कर रहे हैं. नूंह और गुरुग्राम में हुई इन हिंसाओं में 6 लोगों की जान गई है. वहीं इस मामले में 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है वहीं 90 हिरासत में हैं और 44 एफआईआर हुई हैं.


दिल्ली पुलिस ने भी दर्ज की एफआईआर


वहीं दिल्ली पुलिस ने भी इस मामलेमें 26 एफआईआर दर्ज की हैं. नूंह हमले के विरोध में बुधवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के सदस्यों द्वारा आयोजित अनधिकृत जुलूसों के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ 26 एफआईआर दर्ज की गई हैं.