नई दिल्ली: जमाना आधुनिक है और तकनीक इस दौर की सबसे अहम जरूरत है. इसलिए हज 2022 में भी तकनीक का सबसे ज्यादा सहारा लिया गया है जिसका पॉजिटिव असर इस बार दिखाई भी दिया.


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दो साल कोरोना की वजह से कोई भी मुल्क अपने नागरिकों को हज के मुकद्दस सफर पर नहीं भेज सका, लेकिन इस बार जून महीने के शुरुआत में ही भारत से आज़मींन की फ्लाइट्स उड़ान भरना शुरू कर देगी. हज 2022 में 100 फीसद एप्लिकेशन ऑनलाइन ली गई. हज के सफर के लिए कुर्राअंदाज़ी से लेकर आज़मींन को मिलने वाले सूटकेस और केरी बैग तक की तमाम जानकारी ऑनलाइन मुहैया कराई जा रही है.


हज पर जाने वाले आज़मींन के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया ने बाकायदा एक एप्प बनाया हुआ है. जिसमें आज़मींन अपना कवर नम्बर डालता है तो उसकी पूरी जानकारी एक क्लिक पर मुहैया हो जाती है. हज के लिए होने वाली ट्रेनिग से लेकर सऊदी अरब में मिलने वाली रिहाइश तक की जानकरी इस बार हज कमेटी के जरिए ऑनलाइन ही मुहैया कराई जा रही है.


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इस बार भारत से हज के लिए जाने वाले आज़मींन की तादाद 80 हज़ार के करीब है, इनमें से 55 हज़ार हज कमेटियों के जरिये और बाकी बचे हुए प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के जरिये जाएंगे। हज 2022 को लेकर हज कमेटी ऑफ इंडिया की तैयारिया मुकम्मल कर ली गई है। इस समय आज़मींन को ट्रेनिग देने का सिलसिला चल रहा है और जून के पहले हफ्ते में आज़मींन का हज पर जाने का सिलसिला शुरु हो जाएगा.


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