Hajj 2024 Deaths: राजनयिकों ने मंगलवार को कहा कि हज के दौरान कम से कम 550 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है, यह मौते भीषण गर्मी की वजह से हुई हैं. एएफपी की रिपोर्ट्स के मुताबिक मरने वालों में कम से कम 323 मिस्र के नागरिक थे, जिनमें से अधिकतर की मौत गर्मी से संबंधित बीमारियों की वजह से हुई है.


अधिकारियों ने क्या कहा?


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एक राजनयिक ने बताया कि, "उनमें से सभी (मिस्र के लोग) गर्मी के कारण मरे", केवल एक व्यक्ति को छोड़कर जो मामूली भीड़ के कारण घायल हो गया था, उन्होंने बताया कि कुल आंकड़े मक्का के पड़ोस में मौजूद अस्पताल के मुर्दाघर से प्राप्त हुए हैं. राजनयिकों ने बताया कि कम से कम 60 जॉर्डन के नागरिक भी मारे गए, जबकि अम्मान के जरिए मंगलवार को दी गई आधिकारिक संख्या 41 बताई गई थी.


कुल मरने वालों की तादाद 550


न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक इन नई मौतों के साथ अब तक अलग-अलग देशों के जरिए रिपोर्ट की गई कुल मौतों की तादाद 550 हो गई है. राजनयिकों ने बताया कि मक्का के सबसे बड़े शवगृहों में से एक अल-मुआइसिम में कुल 550 लोग थे. बता दें, हज इस्लाम के पांच पिलर्स में से एक है, जिसे हर मुसलमान को अपनी जिंदगी में एक बार करना जरूरी है.



हर दशक में बढ़ रहा है सऊदी का तापमान
पिछले महीने पब्लिश हुई एक सऊदी स्टडी के मुताबिक, तीर्थयात्रा पर क्लाइमेट चेंज का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. इस स्टडी में कहा गया है कि जिस इलाके में मजहबी अरकान पूरे किए जाते हैं, वहां का तापमान हर एक दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फारेनहाइट) बढ़ रहा है. सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस (125 फारेनहाइट) तक पहुंच गया था.


मिस्र की मिनिस्ट्री ने क्या कहा?


इससे पहले मंगलवार को मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि काहिरा हज के दौरान लापता हुए मिस्रवासियों की खोज के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है. सऊदी ऑथोरिटी ने बताया है कि गर्मी से पीड़ित 2,000 से ज्यादा आज़मीन-ए-हज का इलाज किया गया है. हालांकि, सऊदी अथॉरिटी ने मरने वालों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी है.



पिछले साल 240 तीर्थयात्रियों की मौत


पिछले साल अलग-अलग देशों के जरिए कम से कम 240 तीर्थयात्रियों के मरने की सूचना दी गयी थी, जिनमें से अधिकांश इंडोनेशियाई थे. सोमवार को मक्का के बाहर मीना में एएफपी के पत्रकारों ने देखा कि तीर्थयात्री अपने सिर पर पानी की बोतलें डाल रहे थे, जबकि स्वयंसेवक उन्हें ठंडा रखने के लिए ठंडे पेय और तेजी से पिघलने वाली चॉकलेट आइसक्रीम बांट रहे थे.